पीएम मोदी ने कहा था की जिनके ज्यादा बच्चे हैं वो आपका मंगलसूत्र छीन लेंगे.इसके बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में शोर मचा दिया है.क्योंकि भागवत ने हिंदुओं से तीन बच्चे पैदा करने के लिए कह दिया.भागवत के बयान के बाद AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भागवत की बात ऐसी चुभी की उन्होंने मोहन भागवत को शादी करने की नसीहत दे डाली.हम दो हमारे दो,छोटा परिवार सुखी परिवा ये ऐसी बातें हैं जो हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं.खुद पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था की कांग्रेस हिंदुओं का सोना मुस्लिम को दे देगी.पीएम मोदी के इस बयान को मुस्लिमों के साथ जोड़कर देखा गया था लेकिन अब मोहन भागवत के एक बयान ने तहलका मचा दिया है.मोहन भगावत ने कहा की हिंदुओं को तीन बच्चे पैदा करना चाहिए.जिसने देश का राजनीतिक पारा हाई कर दिया है.जनसंख्या को लेकर हमेशा BJP मुस्लिम को टारगेट करती नजर आती है. तो ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है की मोहन भागवत ऐसा क्यों कह रहे हैं.
चलिए सबसे पहले इसके पीछे की वजह बताते हैं.आपको बता दें जिस समुदाया की जनसंख्या दर 2.1 से कम होती है वो प्रजाति धीरे-धीरे खत्म हो जाती है. ऐसे कई सारी प्रजातियां है जो खत्म हो चुकी है. 2011 के रिपोर्ट की बात करें तो भारत में जन्म दर 2.18 थी, जो साल 2022 में 1.63 हो गई और आने वाले साल में भारत का हाल बिल्कुल चीन जैसा हो जाएगा.भागवत के बयान के बाद ओवैसी को बीजेपी को लपेटने का मौका मिल गया.उन्होने कहा – “भागवत जी पहले ये बताइए आप कब शादी करेंगे और जो बच्चे पैदा करेंगे उनको आप 1500 रुपय देंगे?” ओवेसी ने ये भी कहा की मुस्लिम के ज्यादा बच्चे नहीं है.आपको बता दें ये वही ओवेसी हैं जो हमेशा ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने की हिदायत देते हैं.ओवैसी के खुद के 6 बच्चे हैं तो ऐसे में ओवैसी भागवत के बयान पर कैसे सवाल उठा रहे हैं.क्या सवाल उठाना लाजमी है ? अगर बात मुस्लिम की होती तो शायद वो भागवत को सपोर्ट करते. यहां बात हिंदुओं की थी और उनकी अपनी राजनीतिक रोटी भी सेकनी थी. तो उन्होंने भागवत के बयान पर सवाल उठा दिया.












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