भारत के देशी डिफेंस सिस्टम की ताकत देखकर हिल गए चीनी एक्सपर्ट, जानिए क्या है IADWS?
भारत आज तेजी से रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है Integrated Air Defence Weapon System (IADWS), जिसने न केवल भारत की सुरक्षा क्षमता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि पड़ोसी देशों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। हाल ही में कुछ चीनी एक्सपर्ट्स ने इस सिस्टम की ताकत पर चर्चा करते हुए माना कि भारत का IADWS, खासकर QRSAM (Quick Reaction Surface to Air Missile) और VSHORADS (Very Short Range Air Defence System), तकनीकी रूप से बेहद एडवांस्ड हैं और यह भारत की बड़ी उपलब्धि है।
IADWS क्या है?
IADWS यानी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम भारत की एयर डिफेंस स्ट्रैटेजी का अहम हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य है –
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आसमान से आने वाले खतरों को पहचानना,
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मिसाइल, ड्रोन या फाइटर जेट्स को रोकना,
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और दुश्मन के किसी भी हवाई हमले का तुरंत जवाब देना।
इसे DRDO (Defence Research and Development Organisation) ने भारतीय सेना के लिए विकसित किया है। खास बात यह है कि यह सिस्टम पूरी तरह से भारत में बना है यानी ‘मेक इन इंडिया’ का असली उदाहरण।
QRSAM: सेकंडों में दुश्मन को जवाब
क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM), IADWS का सबसे शक्तिशाली हथियार है। यह मिसाइल 30 किलोमीटर तक के लक्ष्य को कुछ ही सेकंड में मार गिरा सकती है।
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इसे ट्रक-माउंटेड लॉन्चर से दागा जा सकता है।
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यह 360 डिग्री में घूमकर किसी भी दिशा से आने वाले खतरे को भांप सकती है।
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इसमें लगा एडवांस्ड राडार सिस्टम लक्ष्य को लॉक करके मिसाइल को निर्देशित करता है।
चीनी एक्सपर्ट्स का कहना है कि QRSAM की मोबाइल कैपेबिलिटी इसे बेहद खतरनाक और अजेय बना देती है।
VSHORADS: नजदीकी दुश्मन का खौफ
VSHORADS (Very Short Range Air Defence System) का काम है नजदीकी हवाई खतरों को खत्म करना। इसे सैनिक आसानी से कंधे पर रखकर चला सकते हैं।
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यह हेलीकॉप्टर, ड्रोन और लो-फ्लाइंग एयरक्राफ्ट को निशाना बनाने में सक्षम है।
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इसे खासतौर पर बॉर्डर और कठिन इलाकों में तैनात करने के लिए बनाया गया है।
यानी अगर दुश्मन ड्रोन या हेलीकॉप्टर से हमला करता है, तो VSHORADS तुरंत उसे हवा में ही खत्म कर देगा।
चीन क्यों है परेशान?
चीन ने लंबे समय से अपने एयर डिफेंस सिस्टम पर काम किया है और वह मानता है कि इस मामले में उसकी पकड़ मजबूत है। लेकिन भारत का IADWS, QRSAM और VSHORADS अब सीधा मुकाबला देने को तैयार हैं।
चीनी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि –
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भारत ने कम समय में बहुत बड़ी छलांग लगाई है।
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यह सिस्टम भारत की वायु रक्षा को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाता है।
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भविष्य में यह भारत को न सिर्फ सीमाओं पर सुरक्षित बनाएगा बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उसकी रक्षा ताकत को प्रदर्शित करेगा।
भारत की बड़ी उपलब्धि
IADWS की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह देशी तकनीक से बना है। इससे भारत न केवल हथियारों के आयात पर निर्भरता कम करेगा, बल्कि दूसरे देशों को भी डिफेंस एक्सपोर्ट कर पाएगा।
यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को मजबूत करने वाला कदम है।
आगे का रास्ता
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भारत अपने डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करेगा। IADWS, QRSAM और VSHORADS के साथ-साथ लंबी दूरी की मिसाइलें और लेजर-बेस्ड एयर डिफेंस भी विकसित किए जा रहे हैं।
भारत का IADWS सिस्टम न केवल देश की सीमाओं को सुरक्षित करेगा बल्कि दुनिया को यह संदेश देगा कि भारत अब रक्षा तकनीक में किसी से पीछे नहीं है। यही वजह है कि चीनी एक्सपर्ट्स भी इस उपलब्धि से हैरान हैं। आने वाले सालों में भारत डिफेंस टेक्नोलॉजी का बड़ा निर्यातक बन सकता है और यह देश की वैश्विक स्थिति को और मजबूत करेगा।
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