राजस्थान के चूरू में फाइटर जेट क्रैश: आसमान में धुएं का गुबार, जमीन पर बिखरा मलबा – दोनों पायलट की मौत!
राजस्थान के चूरू ज़िले में आज सुबह एक चौंका देने वाली घटना घटी, जब रतनगढ़ कस्बे के पास एक फाइटर जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आसमान में अचानक तेज़ आवाज़ के साथ आग का गोला नजर आया और कुछ ही पलों में धुएं का विशाल गुबार उठता देखा गया। स्थानीय लोग सहम गए। कई ने इसे भूकंप या धमाके की तरह महसूस किया। हालांकि, बाद में पता चला कि यह एक फाइटर जेट का हादसा था, जिसने ज़मीन पर काफी तबाही मचाई।
📍 हादसे की जगह और दृश्य
घटना रतनगढ़ कस्बे के बाहरी इलाके में हुई, जहां खेतों के पास जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। लोगों ने देखा कि एक विमान आग की लपटों में लिपटा हुआ नीचे गिर रहा है। टकराते ही उसमें ज़बरदस्त धमाका हुआ और मलबा दूर-दूर तक फैल गया।
धुएं का गुबार इतना घना था कि आसपास का इलाका कुछ समय के लिए धुंध से भर गया। मौके पर पहुंचे लोगों ने वीडियो बनाए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।
👮♂️ प्रशासन और सेना की त्वरित प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। सेना की यूनिट्स ने भी रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सुरक्षात्मक घेरे में पूरा इलाका लिया गया ताकि आम नागरिकों को दूर रखा जा सके।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, पायलट ने समय रहते इजेक्ट कर लिया था, जिससे उनकी जान बच गई। उन्हें हल्की चोटें आई हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।
🛩 कौन सा फाइटर जेट था?
हालांकि आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है, लेकिन रक्षा सूत्रों के मुताबिक यह मिग-21 या तेजस जैसे पुराने फ्लीट में से एक फाइटर जेट हो सकता है। मिग-21 को लेकर पहले भी कई बार सुरक्षा और तकनीकी खामियों की चर्चा हो चुकी है।
📅 पिछले हादसों की कड़ी में एक और नाम
भारत में सैन्य विमानों के क्रैश होने की घटनाएं नई नहीं हैं। खासकर मिग-21 को ‘फ्लाइंग कॉफिन’ कहा जाता रहा है। बीते कुछ सालों में मिग सीरीज के कई जेट्स क्रैश हो चुके हैं, जिनमें पायलटों की जान भी गई है।
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि इन पुराने विमानों को समय रहते रिटायर करना और नई तकनीकों से लैस फ्लीट तैयार करना बहुत जरूरी है।
💬 स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के चश्मदीद रविंद्र कुमार ने बताया,
“हम खेत में काम कर रहे थे तभी तेज़ आवाज हुई और आसमान में आग के गोले की तरह कुछ गिरता देखा। कुछ ही सेकंड में धमाका हुआ और फिर धुआं भर गया। हम सब डर गए।”
एक अन्य महिला ने कहा,
“बच्चे डर से रोने लगे। हमने कभी ऐसा मंजर नहीं देखा।”
🧪 क्या है संभावित वजह?
हादसे की जांच वायुसेना की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम करेगी। शुरुआती तौर पर यह तकनीकी खराबी का मामला माना जा रहा है। लेकिन जब तक ब्लैक बॉक्स और अन्य जांच रिपोर्ट सामने नहीं आती, कुछ भी पुख्ता कहना मुश्किल होगा।
🧩 सवाल जो उठ रहे हैं:
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क्या यह जेट उड़ान लायक था?
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क्या मौसम या मानवीय गलती इसके पीछे थी?
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क्या सरकार फाइटर फ्लीट को मॉडर्नाइज करने के लिए ठोस कदम उठा रही है?
📸 सोशल मीडिया पर चर्चा
घटना के बाद ट्विटर पर #ChuruJetCrash, #FighterPlaneCrash और #IAF हादसे से जुड़े ट्रेंड कर रहे हैं। लोग पायलट की बहादुरी की सराहना कर रहे हैं कि उसने समय रहते खुद को बचा लिया और रिहायशी इलाके में बड़ा हादसा टाल दिया।
चूरू का यह हादसा हमें फिर से याद दिलाता है कि तकनीकी दक्षता, समय पर रखरखाव और पुराने विमानों को हटाना कितना जरूरी है। हालांकि इस बार कोई जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह चेतावनी है कि अगली बार ऐसा न हो, इसके लिए वायुसेना और सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे।












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