पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार नामांकन दाखिल किया। पीएम के नामांकन में शामिल होने के लिए काशी में दिग्गजों का जमावड़ा लगा। कई राज्यों के मुख्यमंत्री व बड़ी हस्तियां नामांकन में शामिल हुईं।
इससे पहले पीएम मोदी ने काल भैरव के दर्शन किए और दशाश्वमेध घाट पर पूजा की. पीएम मोदी जब नामांकन दाखिल करने पहुंचे, तब उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत तमाम बड़े नेता भी मौजूद रहे.
नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त पीएम मोदी तो खड़े थे, बगल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। यह महज संयोग ही था कि PM, CM और DM एक तस्वीर में थे और सबसे अहम बात ये थी कि DM यानी रिटर्निंग ऑफिसर कुर्सी पर ही बैठे रहे. हालांकि, सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं, बल्कि कोई भी उम्मीदवार हो, रिटर्निंग ऑफिसर बैठे ही रहते हैं. दरअसल, ये एक प्रोटोकॉल होता है.
पीएम मोदी के चार स्थानीय नागरिक प्रस्तावक बने. इनमें पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर का नाम शामिल है. जब पीएम मोदी कलेक्टरेट ऑफिस में नामांकन करने पहुंचे तो उनके बगल में शास्त्री को बैठे देखा गया.
पीएम नरेंद्र मोदी नामांकन फॉर्म दाखिल करने के दौरान ज्योतिषाचार्य आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ के साथ मंत्रणा करते दिखे। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर का शुभ मुहूर्त निकाला था। पीएम मोदी के साथ वे गंभीरता से चर्चा करते दिखाई दिए।
वाराणसी सीट से 2014 में पहली बार पीएम मोदी ने चुनाव लड़ा था. तब उनके सामने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय थे. उस चुनाव में केजरीवाल को 2.09 लाख और अजय राय को 75 हजार वोट मिले थे.
इसके बाद 2019 में मोदी ने दूसरी बार यहां से चुनाव लड़ा. तब उन्हें 6.74 लाख से ज्यादा वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर 1.95 लाख वोटों के साथ समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव रही थीं. कांग्रेस के अजय राय को 1.52 लाख वोट मिले थे.

बता दें कि वाराणसी लोकसभा सीट पर आखिरी चरण में 1 जून को वोट डाले जाएंगे. इस बार मोदी तीसरी बार यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने एक बार फिर अजय राय को पीएम मोदी के सामने उतारा है. मायावती की बसपा ने अतहर जमाल लारी को उम्मीदवार बनाया है.
