अगर आप भी चार धाम की यात्रा पर जा रहे हैं या रास्ते में हैं, तो ये जानकारी आपके लिए जरूरी है. दरअसल, यात्रियों की बढ़ती तादाद और रील बनाने वालों को ध्यान में देखते हुए चारों धामों में मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल ले जाने पर बैन लगा दिया गया है. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मंदिरों के अंदर अब श्रद्धालु अपने मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे. यहां तक की चारों धामों में मंदिर की 50 मीटर की रेंज में मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी ने ये आदेश जारी किए हैं
कुछ लोग धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहे- राधा रतूड़ी
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा को लेकर कहा कि बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं। इस दौरान कई लोग ऐसे भी पहुंच रहे जो आस्था नहीं बल्कि केवल घूमने के लिए आ रहे हैं और उनकी कुछ हरकतों की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। कहा कि इस बात का विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि यहां आस्था को कोई ठेस न पहुंचाया। धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए।
बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंचे उत्तराखंड तो लौटना पड़ेगा वापस
इस दौरान मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए सारी व्यवस्था की गई है। हम सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव को पत्र भेज रहे हैं कि कोई श्रद्धालु अपंजीकृत वाहन में या अपंजीकृत तरीके से न आएँ। बहुत सख्त जाँच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर बिना रजिस्ट्रेशन के कोई गाड़ी दिखती है या यात्री बिना रजिस्ट्रेशन के उत्तराखंड में पहुँचते हैं, तो जाँच में पकड़े जाते ही उन्हें तुरंत लौटा दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था ही इसीलिए की गई है, ताकि श्रद्धालुओं की संख्या के हिसाब से सरकार व्यवस्था बनाए।
चार धाम यात्रा के लिए पहुंचे रिकॉर्ड श्रद्धालु
चारों धामों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. अभी तक 3 लाख 37 हजार यात्री चार दर्शन कर चुके हैं. इनमें केदारनाथ में 1 लाख़ 55 हजार यात्री, बद्रीनाथ में 45 हजार 637 यात्री, गंगोत्री में 66हजार यात्री, जबकि यमुनोत्री में अब तक 70 हजार यात्री दर्शन कर चुके हैं.
