मई के महीने में जहा गर्मी में सूरज का पारा हाई है। तापमान 40 पार है,वहीं अब वैज्ञानिकों ने एक बड़ी चेतावनी जारी की है। वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले कुछ दिन पृथ्वी के लिए मुश्किल वाले साबित हो सकते हैं। 20 साल से अधिक समय बाद सबसे शक्तिशाली सौर तूफान (Solar Storm) शुक्रवार को पृथ्वी से टकराने वाला है। अमेरिका की वैज्ञानिक एजेंसी नेशनल ओशनिक एंट एटमास्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने सौर तूफान को लेकर चेतवानी जारी की है। इस सौर तूफान(Solar Storm) का असर पृथ्वी के ज्यादातर हिस्सों में देखने को मिल सकता है। सोलर स्ट्रोम(Solar Storm) के पृथ्वी के टकराने से आपके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी प्रभावित हो सकते है। इसमें मोबाइल सेवाएं, जीपीएस और इंटरनेट कनेक्टिविटी में परेशानी देखने को मिल सकती है।
Solar Storm के कारण सूर्य शक्तिशाली ज्वालाएं छोड़ रहा है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सौर तूफान(Solar Storm) आज रात और हफ्ते के आखिरी में यह सौर तूफान धरती से टकराएगा, जिससे अमेरिकी एजेंसी (NOAA) की चिंता बढ़ गई है। दरअसल, हाल ही एक और तूफान धरती से टकराया था, जिसका नाम भू-चुंबकीय तूफान था. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये तूफान अक्टूबर 2003 में आए ‘हैलोवीन तूफान’ के बाद सबसे शक्तिशाली था। इस तूफान के कारण सूर्य शक्तिशाली ज्वालाएं छोड़ रहा है। इनमें हैवी पार्टिकल्स है, जिनकी स्पीड भी काफी तेज है। (NOAA) ने कहा है कि ये जी2 क्लास मैग्नेटिक स्टॉर्म है। जिसकी तीव्रता ”मध्यम” है. ये प्रति सौर चक्र लगभग 600 बार घटित होते हैं। वे उच्च अक्षांशों पर ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और बिजली प्रणालियों में वोल्टेज अलार्म देखने को मिल सकता है। आवेशित कणों का शक्तिशाली विकिरण अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विकिरण खतरा भी पैदा कर सकता है और बिजली ग्रिड में रुकावट डाल सकता है।
कई और सौर तूफान आने के संकेत
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अंतरिक्ष मौसम अनुमान केंद्र के अनुसार, आने वाले दिनों में कई और सौर तूफान आ सकते हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी कि सूर्य से निकलने वाली रेडिएशन और कोरोनल मास इजेक्शन में वृद्धि से पृथ्वी पर संचार बाधित हो सकता है। जीपीएस सिस्टम, अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों को भी इससे मुश्किलें आ सकती है।
