कृष्ण की नगरी में वृंदावन में दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर बनने जा रहा है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर का नाम चन्द्रोदय मंदिर है। चंद्रोदय मंदिर चंद्रोदय मंदिर की नींव की गहराई दुनिया की सबसे ऊंची इमारत यानी दुबई की बुर्ज खलीफा से भी ज्यादा है। मंदिर जितना ऊंचा होगा उतना ही भव्य और सुंदर भी होगा।
यह मंदिर कुतुब मीनार से भी तीन गुना अधिक ऊंचा होगा इसी के साथ 200 सालों में अब तक का सबसे मॉडर्न मंदिर होगा, जिसमें 4डी तकनीक द्वारा देवलोक और देवलीलाओं के दर्शन भी किए जा सकेंगे।
इस मंदिर के आसपास प्राकृतिक वनों का वातावरण तैयार किया जाएगा और यमुना जी का प्रतिरूप तैयार कर नौका विहार जैसी सुविधाएं भी होंगी। इसके अलावा इसमें श्रीकृष्ण के जीवन लीलाओं को जानने के लिए लाइब्रेरी तथा अन्य माध्यम भी होंगे।
वृंदावन चंद्रोदय मंदिर का निर्माण 2014 में शुरू हुआ था। मंदिर का निर्माण 2024 में पूरा होने की उम्मीद है। यह मंदिर इस्कॉन बैंगलोर द्वारा बनवाया जा रहा है। वृंदावन चंद्रोदय मंदिर दुनिया का सबसे ऊंचा धार्मिक स्मारक होगा. यह मंदिर साल भर भक्तों को आकर्षित करेगा, खासकर जन्माष्टमी और होली के त्योहारों के दौरान।
इस मंदिर की वास्तुकला की बात करें तो वृंदावन चंद्रोदय मंदिर 70 मंजिला ऊंचा होगा और इसका कुल क्षेत्रफल 54 एकड़ होगा। मंदिर का निर्माण आधुनिक वास्तुकला शैली में किया जा रहा है. मंदिर के मुख्य मंडप में भगवान कृष्ण, राधा, बलराम और सुदामा की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
इसकॉन, बंगलौर द्वारा करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस मंदिर की कल्पना श्रील प्रभुपाद से 1972 में की थी जब वह भारत यात्रा के दौरान वृन्दावन आये थे। वृंदावन चंद्रोदय मंदिर एक भव्य और अद्भुत मंदिर है जो दुनिया भर के भक्तों को आकर्षित करेगा. यह मंदिर न केवल अपनी ऊंचाई के लिए प्रसिद्ध होगा, बल्कि अपनी सुंदर वास्तुकला, धार्मिक महत्व और विभिन्न उत्सवों के लिए भी जाना जाएगा.
