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Loksabha Election: कहानी पहले लोकसभा चुनाव की जिसकी तैयारी में लगे थे पूरे पांच साल

Loksabha chunav

18वीं लोकसभा चुनाव अपने आखिरी दौर में है। 1 जून को मतदान होना है। 4 जून को नतीजे आएंगे। ढाई महीने तक चलने वाले इस महापर्व को दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव माना जाता है। इसमें लाखों की संख्या में कर्मचारी काम करते हैं और करोड़ों मतदाता मतदान करते हैं। भारत में अबतक 17 बार आम चुनाव हो चुके हैं । भारत में पहली बार साल 1951 से कराए गए थे वो चुनाव कई मायनों में भारत और दुनिया के लिए अहम था। तो आइए जानते हैं पहले लोकसभा चुनाव से जुड़े कुछ रोचक किस्सों के बारे में

पहले चुनाव में 21 साल थी मतदान की न्यूनतम उम्र

15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ। स्वतंत्रत भारत में पहली सरकार का गठन हुआ लेकिन इस सरकार का गठन जनता के चुनाव से नहीं हुआ था। ऐसे में पांच वर्ष बाद 1952 पहले लोकसभा के चुनाव हुए…उस समय देश की जनसंख्या करीब 36 करोड़ थी। पहले लोकसभा चुनाव के समय मतदाताओं की उम्र कम से कम 21 साल तय की गई थी। तब से लेकर अब तक चुनावी प्रक्रिया में कई बदलाव हुए हैं। इसमें मतदाताओं की उम्र को कम करना भी शामिल है। अब मतदान के लिए 18 साल उम्र तय की गई है।

4 महीने में हुए थे 489 सीटों पर मतदान संपन्न

पहली लोकसभा के चुनाव 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के बीच कराए गए थे. उस समय लोकसभा में कुल 489 सीटें थीं लेकिन संसदीय क्षेत्रों की संख्या 401 थी। लोकसभा की 314 संसदीय सीटें ऐसी थीं जहां से सिर्फ़ एक-एक प्रतिनिधि चुने जाने थे। वहीं 86 संसदीय सीटें ऐसी थी जिनमें दो-दो लोगों को सांसद चुना जाना था। वहीं नॉर्थ बंगाल संसदीय क्षेत्र से तीन सांसद चुने गए थे। किसी संसदीय क्षेत्र में एक से अधिक सदस्य चुनने की यह व्यवस्था 1957 तक जारी रही।

68 चरण में हुआ था देश का पहला लोकसभा चुनाव

पहला आम चुनाव 68 चरणों में कराया गया था..तब बैलेट पेपर पर चुनाव हुआ करता था..पहले लोकसभा चुनाव के दौरान देश की जनसंख्या करीब 36 करोड़ थी… इस दौरान 17.32 करोड़ मतदान बनाए गए। पहले आम चुनाव में 10 करोड़ 59 लाख मतदाताओं ने वोट डाला था… पहले आम चुनाव में कुल 1874 उम्मीदवार मैदान में थे। तब कुल 53 चुनावी दल मैदान में उतरे थे। इनमें से 14 राष्ट्रीय पार्टियां और 39 क्षेत्रीय पार्टियां थीं।

सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी कांग्रेस

इस चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी.. पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो चुनाव में कांग्रेस को 364 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं सीपीआई 16 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर थी…जबकि जनसंघ को तब केवल 3 सीटों से संतोष करना पड़ा.वहीं 37 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी चुनाव में जीत दर्ज की थी।

पहले आम चुनाव पर करीब 10.5 करोड़ रुपये हुए थे खर्च

बात खर्चे की करें तो पहले आम चुनाव पर करीब 10.5 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। तब देश के पास इतने संसाधन उपलब्ध नहीं थे जितने आज हैं। पहाड़ों से लेकर मैदान और समुद्री इलाकों तक वोटिंग करना बड़ी चुनौती थी। साल 1957 के आम चुनाव को छोड़ हर लोकसभा चुनाव के खर्च में बढ़ोतरी होती गई है…

 

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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