लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट जारी हो गया है और एनडीए ने बहुमत पा लिया है। जल्द ही वह सरकार पाने का दावा पेश करेंगी। वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया गठबंधन ने भी इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसका चर्चा भी हो रही है। यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, बंगाल और दक्षिण में इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को जोरदार झटका दिया है। नतीजे आने के बाद बुधवार को ‘इंडिया’ गठबंधन दलों की पहली बैठक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आधिकारिक आवास ’10, राजाजी मार्ग’ पर हुई इस मीटिंग में सरकार गठन की संभावनाओं और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
सभी घटक दलों के नेता हुए शामिल
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के अलावा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत सहित कई अन्य नेता शामिल हुए।
ये भारत के संविधान की रक्षा में एक जनादेश है-खरगे
बैठक के दौरान खरगे ने कहा कि इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ है, लेकिन वो इसे नकारने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये भारत के संविधान की रक्षा में एक जनादेश है। INDIA ब्लॉक भाजपा के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ना जारी रखेगा। उन्होंने बताया कि ब्लॉक अपनी रणनीति तैयार करने के लिए उचित समय लेगा।
जनता ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में अपना पूरा जोर लगा दिया है-राहुल
इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया भारत की आवाज है और इस आवाज ने अपना निर्णय साफ साफ सुना दिया है। देश की जनता ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में अपना पूरा जोर लगा दिया है, अब इस संकल्प को हम पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ाएंगे।
लोकसभा चुनाव के नतीजों में गठबंधन को कुल 234 सीटें मिली हैं। सरकार बनाने के लिए गठबंधन को 272 सांसदों का समर्थन चाहिए। ऐसे में बहुमत के लिए उसे मौजूदा सीट शेयरिंग से बाहर भी पार्टनर खोजने होंगे। ममता बनर्जी की TMC के 29 सांसदों के अलावा TDP और JDU के समर्थन की भी INDIA गठबंधन को जरूरत होगी।
