NEET 2024 में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की बात को पूरी तरह खारिज करनेवाली NTA की नींद अब खुलती नजर आ रही है। रिजल्ट आने के बाद जिस तरह से पूरे देश में हंगामा मचा और मामले में सुप्रीम कोर्ट तक को भी हस्तक्षेप करना पड़ा तो NTA बैकफुट पर आई और इस मामले की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने 9 परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है। बिहार आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) वर्तमान में 5 मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान संभावित पेपर लीक के दावों की जांच कर रही है। ईओयू ने नोटिस भेजकर परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को पूछताछ के लिए ऑफिस बुलाया है। सभी नीट परीक्षार्थी बिहार के अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं।
बिहार में अभ्यार्थियों को रटवाए गए थे पेपर
सॉल्वर गैंग के पास मिले 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बैकफुट पर आई NTA
NEET परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर नीट परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नोटिस जारी किया है और जवाब भी मांगा है। जिसके बाद एनटीए ने कोर्ट में अपनी गलती मानी है। साथ ही एनटीए का कहना है कि 1 हजार 563 कैंडिडेट्स ऐसे थे,जिन्हें यह ग्रेस नंवर दिया गया है। नीट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। अपनी सफाई में एनटीए ने कहा कि 2018 के एक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत यह ग्रेस नंबर दिए गए। अब 1 हजार 563 छात्रों को दोबारा एग्जाम देना होगा। यह परीक्षा 23 जून को होने जा रहा है। अगर ये छात्र दोबारा परीक्षा नहीं देते हैं तो फिर इनके ग्रेस नंबर के बिना मिले नंबर पर आगे का फैसला होगा। दोबारा परीक्षा का रिज्ट 30 जून को जारी कर दिया जाएगा। फिर एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए 6 जुलाई से काउंसलिंग की जाएगी।
