देशभर में NTA के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री ने माना है कि नीट परीक्षा के परिणाम में कुछ गड़बड़ियां देखी गई हैं। इसमें जो भी बड़े अधिकारी शामिल होंगे उन्हें बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह माना कि एनटीए में सुधार की आवश्यकता है। शिक्षा मंत्री ने एनटीए पर भी नराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एनटीए में भी अगर कोई दोषी होगा तो उसे भी नहीं छोड़ेंगे। मंत्री ने कहा कि एनटीए, जो नीट (एनईईटी) परीक्षा आयोजित करता है, में सुधार की आवश्यकता है।
NTA में सुधार की जरूरत, दोषियों को दी जाएगी सख्त सजा-प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “NEET के संबंध में 2 प्रकार की अव्यवस्था का विषय सामने आया है. प्रारंभिक जानकारी थी कि कुछ छात्रों को कम समय मिलने के कारण उनको ग्रेस नंबर दिए गए…दूसरा 2 जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं। मैं छात्रो और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है।” केंद्रीय शिक्षा मंत्री एनटीए को लेकर कहा, “हमें जानकारी मिली है, हम सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाएंगे। उसमें जो भी बड़े अधिकारी होंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है. सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उनको कठोर से कठोर दंड मिलेगा।”
नीट-2024 के परिणाम आने के बाद विवादों में है NTA
2024 नीट-यूजी परीक्षा के मुद्दे पर कई छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है। नीट-यूजी को लेकर आरोप लगे हैं कि कुछ छात्रों के अंक बढ़ाए गए और इस वजह से ही इस बार रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने पूरे अंकों साथ टॉप रैंक हासिल की है। छह परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा में देरी के कारण हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए 1,500 से अधिक छात्रों को ग्रेस मार्क दिया गया, जो सवालों के घेरे में है।वहीं नीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को है। कोर्ट ने एनटीए के इस बयान को स्वीकार किया कि 1,563 छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा की आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके परिणाम 30 जून से पहले घोषित किए जाएंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की जुलाई में शुरू होने वाली काउंसलिंग में कोई बाधा न आए।
