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NEET Paper लीक में बिहार के डिप्टी सीएम का बड़ा दावा,बोले- पेपर लीक में तेजस्वी यादव के करीबी का हाथ

नीट 2024 पेपर लीक को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। एक तरफ NTA और केंद्रीय शिक्षा मंत्री यह कर रहे कि पेपर लीक नहीं हो रहा वहीं दूसरी तरफ बिहार EOU यूनिट रोज नए नए तथ्य सामने ला रहा है। इस बीच मामले में सियासी एंगल भी आ गया है। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लालू परिवार पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं। विजय सिन्हा ने दावा किया है कि पेपर लीक के तार तेजस्वी यादव के निजी सचिव से जुड़े हैं।

‘मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए तेजस्वी के PS ने बुक करवाया था रूम’

बिहार की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने बड़ा दावा है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम ने नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए कमरा बुक करवाया था। विजय सिन्हा ने नीट और “मंत्री एनएचएआई” कनेक्शन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि मैंने मामले की विभागीय जांच कराई है। जानकारी के अनुसार, 1 मई को तेजस्वी के पीएस प्रीतम कुमार ने आरसीडी कर्मचारी प्रदीप को सिकंदर कुमार के लिए एनएचएआई गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए बुलाया था। उन्होंने आगे कहा कि अब गेस्ट हाउस का नियम है कि अधिततम तीन कमरे 3 दिन के लिए बुक कर सकते हैं। इससे ज्यादा बुक करने की अनुमति NHAI को ही है. इस मामले का प्रीतम कुमार और तेजस्वी से सीबीआई पूछताछ करे तो स्पष्ट होगा कि पेपर लीक में किसका हाथ है।

नीट परीक्षा में मंत्रीजी कोडवर्ड का हुआ इस्तेमाल

दरअसल, नीट परीक्षा मामले में एनएचएआई के गेस्ट हाउस में छात्रों के ठहराने में एक मंत्री का नाम सामने आ रहा है। वहां ठहरे छात्र अनुराग यादव के नाम के आगे ब्रैकेट में ‘मंत्रीजी’ लिखा हुआ था। ‘मंत्रीजी’ के पत्र की चर्चा सामने आने के बाद विजय सिन्हा ने बड़ा दावा भी किया है। उन्होंने कहा है कि साल्वर गैंग के तार राजद से जुड़े हुए हैं। जो लोग पकड़े गए, वे तेजस्वी यादव से जुड़े हैं। अपराधियों को संरक्षण देना राजद की मानसिकता में है।

बता दें कि 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में NEET पेपरलीक की सुनवाई होनी है। एजेंसी ने सभी वैज्ञानिक सबूतों और माैके से मिले जले हुए प्रश्नपत्र समेत अन्य साक्ष्यों को जमा करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, एजेंसी के पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं जिन्हें पेश करने के बाद सुप्रीम कोर्ट अंतिम फैसला ले सकता है। अभ्यर्थियों और परीक्षा माफिया की गिरफ्तारी और उनसे बरामद सबूतों के आधार पर जांच एजेंसी का दावा है कि पेपरलीक हुआ था।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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