लोकसभा सत्र शुरु होने से पहले हंगामे के पूरे आसार थे। विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं जहां वो सरकार को घेरने वाले हैं पेपर लीक से लेकर रेल एक्सीडेंट तक लेकिन सत्र शुरु होते ही असली तकरार स्पीकर के पद को लेकर हो गई है। देश के इतिहास में पहली बार लोकसभा स्पीकर को लेकर चुनाव होगा।लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सहमित न बन पाने के बाद विपक्ष ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। के सुरेश विपक्ष के स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे। उधर, एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला ने नामांकन दाखिल कर दिया है।
राजनाथ-खड़गे में हुई बात, नहीं बन पाई सहमति
लोकसभा स्पीकर का चुनाव बुधवार को होना है। देश में यह पहला मौका होगा, जब स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव होगा। अभी तक सत्ता पक्ष और विपक्ष की सर्वसम्मति से स्पीकर चुना जाता था. लेकिन इस बार ये परंपरा टूटती नजर आ रही है। दरअसल विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद पर अड़ गया था। विपक्ष ने पहले ही कहा था कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद नहीं मिलता है तो वो भी स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे। शुरुआत में खबर थी कि लोकसभा स्पीकर को लेकर एनडीए और विपक्ष के बीच सहमति बन गई है और ओम बिरला एक बार फिर स्पीकर पद संभालेंगे। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से फोन पर बात की थी और स्पीकर पद पर समर्थन मांगा था। राहुल गांधी ने बताया कि विपक्ष स्पीकर पोस्ट पर समर्थन देने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर पोस्ट मिलनी चाहिए लेकिन इस पर राजनाथ सिंह की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
विपक्ष को मिले डिप्टी स्पीकर का पद तभी देंगे समर्थन-राहुल
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार (25 जून) को कहा कि विपक्ष का INDIA गुट बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव का समर्थन करेगा, अगर वे उपाध्यक्ष का पद INDIA गुट को देते हैं. राहुल गांधी ने बताया कि रक्षा मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की और सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा था कि स्पीकर पद पर विपक्ष को समर्थन करना चाहिए और एक राय बनानी चाहिए। हमने कहा कि हम स्पीकर का समर्थन करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल बैक करेंगे। लेकिन वो कॉल अभी तक नहीं आया। मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं, अगर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलेगा, तब ही हम समर्थन करेंगे।
