लोकसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ। ध्वनिमत से एनडीए के कैंडिडेट ओम बिरला एक बार फिर निचले सदन के अध्यक्ष चुने गए। पीएम मोदी और राहुल गांधी उन्हें आसन तक लेकर गए। ओम बिरला लगातार 2 बार लोकसभा स्पीकर चुने जाने वाले छठे व्यक्ति बन गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से विपक्षी दलों के साथ सहमति बनाने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं बनी। एनडीए की ओर से ओम बिरला तो विपक्ष की ओर से के. सुरेश उम्मीदवार थे।
पहले संबोधन में ही स्पीकर ने किया इमरजेंसी का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में अपने कैबिनेट का परिचय कराया। इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने इमरजेंसी की निंदा की और इसे देश के इतिहास का एक काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस दौर में ऐसे कई कार्य किए जिन्होंने संविधान की भावनाओं को कुचलने का काम किया। स्पीकर ने इस दौर में संविधान संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि न्यायपालिका पर नियंत्रण हो और सारी शक्तियां एक व्यक्ति के पास आ जाए। इमरजेंसी तानाशाही की भावना से बड़ी चुनौतियों को लेकर आई। यह ऐसा कालाखंड है जो संविधान के ढांचे और न्यायिक स्वतंत्रता की आवश्यकता की याद दिलाता है। जब हम इमरजेंसी के 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, ये सभा बाबा साहब के बनाए हुए संविधान की रक्षा की भावना को दोहराती है। हम संवैधानिक संस्थाओं में भारत के लोगों की आस्था की सराहना करते हैं।
ओम बिरला को स्पीकर चुने जाने पर दी बधाई
ओम बिरला के फिर से लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल तक हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। पेम मोदी ने यह भी कहा कि पिछली लोकसभा ने उनके नेतृत्व में कई ऐतिहासिक विधेयक पारित किए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में जो काम नहीं हुए, वे आपकी अध्यक्षता में इस सदन ने संभव किए हैं। लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई मील के पत्थर आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं जब हमें मील के पत्थर स्थापित करने का अवसर मिलता है।
राहुल गांधी ने दी ओम बिरला को बधाई
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दोबारा स्पीकर बनने पर ओम बिरला को बधाई दी। राहुल ने कहा कि मैं आपको पूरे विपक्ष और आईएनडीआईए गठबंधन की ओर से बधाई देना चाहता हूं। यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के अंतिम निर्णायक हैं।राहुल गांधी ने कहा, हमें पूरा भरोसा है कि विपक्ष को बोलने का मौका देकर, हमें भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करने का मौका देकर, आप भारत के संविधान की रक्षा करने का अपना कर्तव्य निभाएंगे। मैं एक बार फिर आपको और सदन के उन सभी सदस्यों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने चुनाव जीता है।
