पूरे देश के मॉनसून सक्रिय हो गया है। उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर तक कई राज्यों में भारी बारिश जारी है। लगातार हो रही बरसात और ठंड हवाओं ने गर्मी से राहत को दी है लेकिन कई राज्यों में बारिश आफत का सबब बन गई है।एक तरफ राजधानी दिल्ली में तो बादलों का डेरा है जिससे सुबह और शाम के तापमान में गिरावट आई है, एमपी-बिहार और राजस्थान वाले हिंदी भाषी राज्यों में भी मॉनसूनी बारिश राहत दे रही है। वहीं पहाड़ी राज्यों की बात करें तो वहां मूसलाधार बारिश जारी है। असम में रविवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही और करीब 24 लाख लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं। बाढ़, भूस्खलन और तूफान के कारण अबतक 70 लोगों की मौत हो चुकी है।
इन राज्यों में होगी भारी बरसात!
मौसम विज्ञान विभाग के बताया है कि अगले दो दिनों में उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी वर्षा और मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बरसात की संभावना जाहिर की है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 9-10 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी ने उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 10 जुलाई तक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है, साथ ही ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 8 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना है।
दिल्ली का मौसम रहेगा खुशनुमा
दिल्ली से लेकर लखनऊ, पटना, कोलकाता, गुवाहाटी समेत अन्य शहरों और क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। दिल्ली-एनसीआर को लेकर IMD का अनुमान है कि अगले 3 से 4 दिनों तक दिल्ली में भारी बारिश होने की संभावना है क्योंकि अनुमान यह है कि 8-9 जुलाई को क्षेत्र में मानसून और तेज हो सकता है। इसके बाद लगातार हल्की से लेकर मध्यम स्तर तक की बारिश होने की संभावना है।रविवार को दिल्ली वासियों ने इस साल की सबसे साफ हवा में सांस ली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी, CPCB) के मुताबिक रविवार को दिल्ली का एक्यूआई महज 56 दर्ज किया गया। यह लगातार चौथा दिन है, जब दिल्ली का एक्यूआई 100 से नीचे रहा है।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा स्थगित
पहाड़ी राज्यों में भी बारिश का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 11 जलाई तक भारी बारिश का दौर जारी रहने वाला है। 8 जुलाई की बात करें तो उत्तराखंड में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड के कई इलाकों में कल गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं 9 से 11 जुलाई तक बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। हिमाचल प्रदेश की बात करें तो कल के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। कुछ ऐसा ही मौसम 11 जुलाई तक रहने वाला है। गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। पिछले कुछ दिनों में उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ है और बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग कई स्थानों पर मलबे के कारण अवरुद्ध हो गया है। नदियां भी उफान पर हैं और अलकनंदा नदी जोशीमठ के निकट विष्णु प्रयाग में खतरे के निशान के करीब बह रही है।
असम में बाढ़ से हर तरफ हाहाकार
असम पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में है। राज्य के 30 जिलों के 24 लाख से अधिक लोग इस समय बाढ़ की मार झेल रहे हैं। राज्य में अब तक बाढ़, बारिश और भूस्खलन के चलते 58 लोगों की जान चली गई है। असम में बाढ़ की मार केवल इंसान ही नही वल्कि बेजुबान जानवरों पर भी पड़ी है। पालतू पशुओं के साथ जंगली जानवर भी बाढ़ में कैद हो चुके हैं। अब तक 125 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है.ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते जलस्तर ने अन्य जिलों के साथ विश्व धरोहर केंद्र कहे जाने वाले काजीरंगा नेशनल पार्क को भी अपने आगोश में लेकर जल तांडव मचाया है. जिसकी वजह से नेशनल पार्क के जानवरों पर आफद टूट पड़ी. रविवार को 4 दिन बाद भी काजीरंगा में बाढ़ की स्थिति में ज्यादा सुधार नही है। वर्तमान भी 60 से अधिक वन शिविर बाढ़ में डूबे हुए हैं।
