जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार की रात से आतंकवादियों के साथ सेना मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी समेत पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, घायल जवानों में से एक आर्मी ऑशफिसर और 3 जवान मंगलवार की सुबह शहीद हो गए। पिछले 35 दिन में डोडा क्षेत्र में यह चौथी मुठभेड़ है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने सोमवार देर शाम सर्च अभियान चलाया था। यह मुठभेड़ डोडा शहर से करीब 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में हुई। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। घटना स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया है।
सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने किया हमला
दरअसल राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस यहां सोमवार से ही सर्च ऑपरेशन चला रही थी। सर्चिंग के दौरान आतंकी फायरिंग करते हुए भागे। एक अधिकारी के नेतृत्व में बहादुर जवानों ने चुनौतीपूर्ण इलाके और घने पेड़ों के बावजूद उनका पीछा किया, जिसके बाद रात करीब 9 बजे जंगल में फिर से गोलीबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनमें से अधिकारी समेत चार ने बाद में बलिदान हो गए। घना जंगल होने की वजह से आतंकी सुरक्षाबलों को चकमा देते रहे। इसी दौरान गोलीबारी में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। आतंकियों को सेना हेलिकॉप्टर से भी सर्च कर रही है। सेना ने आतंकियों को घेर रखा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के अफसरों से मुठभेड़ की जानकारी ली है।
16 आर्मी कोर, जिसे व्हाइट नाइट कोर के नाम से भी जाना जाता है, ने कहा कि अतिरिक्त सैनिकों को डोडा में मुठभेड़ क्षेत्र में भेजा गया है। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक भेजे गए हैं, अभियान जारी है.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर, भारतीय सेना और जेकेपी द्वारा डोडा के उत्तरी क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी किया गया था. आज रात लगभग 9 बजे आतंकवादियों से मुठभेड़ हुआ, जिसमें भारी गोलीबारी हुई। शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि हमारे बहादुर जवान घायल हुए हैं।’
कश्मीर टाइगर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी
आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने डोडा हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही ऑफ शूट है जिसने हाल ही में कठुआ में सेना के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। पिछले कुछ हफ्तों से जम्मू क्षेत्र में कई स्थानों पर हुए आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। भारतीय सेना ने 14 जुलाई को कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया था।
