NEET पेपर लीक मामले में धर पकड़ जारी है। CBI लगातार सॉल्वर्स कनेक्शन के सारे तार जोड़ने में लगी हुई है। इसी बीच सीबीआई को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीबीआई पेपर लीक गिरोह के सॉल्वर्स कनेक्शन तक पहुंच गई है और इस मामले में इस केंद्रीय जांच एजेंसी ने पटना एम्स के तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। पटना एम्स के ये तीनों डॉक्टर 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं। सीबीआई ने इन तीनों डॉक्टरों का कमरा भी सील कर दिया है। इनका लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।
सॉल्वर्स गैंग के सारे कनेक्शन जोड़ रही CBI
CBI ने NEET पेपर लीक होने से लेकर उसे सेटिंग वाले अभ्यर्थियों तक पहुंचाने का पूरा नेटवर्क जोड़ा है। पेपर ले जाने वाले ट्रक से पर्चा उड़ाने वाले पंकज को भी सीबीआई पकड़ चुकी है जिसका हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से कनेक्शन मिला था। हजारीबाग के इसी स्कूल से पेपर संजीव मुखिया तक पहुंचा था। पेपर ले जाने वाले ट्रक से पर्चा उड़ाने वाले पंकज को सीबीआई दबोच चुकी है। इसी कनेक्शन में पटना AIIMS के तीन डॉक्टरों को सीबीआई ने हिरासत में लिया है। पेपर लीक मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पूरे मामले में अब बस एक मिसिंग लिंक है। और वह है कि पेपर ले जाने वाले ट्रक की सूचना जालसाजों तक कैसे पहुंची और यह सूचना किसने दी। एजेंसी अब इसी कड़ी को तलाश रही है।
सुप्रीम कोर्ट में आज होनी है सुनवाई
NEET-UG पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट आज 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट में जो याचिकाएं डाली गई हैं, उनमें अनियमितताओं की जांच, परीक्षा रद्द करने और फिर परीक्षा आयोजित करने वाली याचिकाएं शामिल हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच सुनवाई करेगी। पिछली सुनवाई में केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा था कि नीट-यूजी मामले में बड़े पैमाने पर धांधली नहीं हुई है। ऐसे में दोबारा परीक्षा कराए जाने की कोई जरूरत नहीं है जबकि NTA ने अपने हलफनामे में कहा था कि पूरे देश में पेपर लीक नहीं हुआ है. NEET-UG की परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी. 4 जून को इसके नतीजे घोषित हुए थे। इसके बाद से ही इस पर गड़बड़ी के आरोप लगने लगे.
हर संदिग्ध चेहरे को पकड़ रही CBI
फिलहाल नीट पेपर लीक मामले की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है और सीबीआई ने पेपर चोरी करने वाले से लेकर अभ्यर्थियों तक पहुंचाने और उन्हें रटाने से लेकर इस कड़ी में शामिल करीब करीब हर संदिग्ध चेहरे को पकड़ लिया है। नीट पेपर लीक मामला सीबीआई को हैंडओवर करने के बाद 25 दिनों में राज्यों से अब तक 42 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। CBI के सूत्र बताते हैं कि पूरे मामले में अब बस एक मिसिंग लिंक की तलाश है जो पेपर ले जाने वाले ट्रक की सूचना जलसाजों तक पहुंचाने के बारे में है।
