दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार 27 जुलाई को बड़ा हादसा हुआ जहां एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। जब बेसमेंट में पानी भर रहा था, उस समय वहां करीब 35 छात्र मौजूद थे। वहीं हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मृतक छात्रों की पहचान श्रेया यादव, तानिया सोनी और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
छात्रों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया
वहीं अपने साथी की मौत के बाद छात्रों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। छात्र एमसीडी और कोचिंग सेंटर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि एमसीडी ने कहा है कि यह आपदा है लेकिन ये पूरी तरह से लापरवाही है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यहां बेसमेंट में खुली ये सभी चीजें अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं और सुरक्षा के भी कोई उपाय नहीं हैं इसलिए इन सभी चीजों को रोका जाना चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।
जो भी हादसे का जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी- दिल्ली मेयर
विरोध प्रदर्शन के बाद मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को निर्देश दिया कि दिल्ली भर में ऐसे सभी कोचिंग सेंटर जो एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में हैं और बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं जो भवन उपनियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं। उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के लिए एमसीडी के कोई अधिकारी जिम्मेदार हैं या नहीं, इसकी तत्काल जांच कराई जाएगी। यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
