शनिवार को दिल्ली में हुए कोचिंग सेंटर हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। संसद से लेकर ओल्ड राजेंद्र नगर की सड़कों तक आक्रोश देखने को मिला। छात्र और परिजन लगातार मामले की निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं हंगामे के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेठी का गठन किया है। यह कमेटी अगले 30 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसमें हादसे के कारण, हादसे के लिए जिम्मेदारों का जिक्र होगा। साथ ही ऐसे हादसों से बचने के उपाय और नीति में बदलाव की सिफारिश भी होगी। कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, प्रमुख सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, अग्निशमन सलाहकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव कन्वीनर के तौर पर हैं।
अदालत ने पांचों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
पुलिस प्रशासन लगातार मामले में कार्रवाई भी कर रही है। सोमवार को गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोचिंग सेंटर के चार सह-मालिकों तजिंदर सिंह, परविंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह और कार चालक मनुज कथूरिया को अदालत में पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट विनोद कुमार ने उन्हें 12 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई होगी.
LG ने किया मुआवजे का एलान, MCD ने चलाया बुलडोजर
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कोचिंग सेंटर में पानी भरने की घटना में जान गंवाने वाले छात्रों के परिजन को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. उपराज्यपाल ने साथ ही 24 घंटे के भीतर दिल्ली अग्निशमन सेवा, पुलिस और एमसीडी के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली एमसीडी की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है। कल से अब तक एक दर्जन से ज्यादा बेसमेंट्स में स्थित कोचिंग सेंटर को सील कर दिया गया है। वहीं अलग-अलग स्थानों पर एमसीडी की तरफ से डिमोलिशन की कार्रवाई भी की गई है। खासतौर पर अतिक्रमण को हटाया गया है।
शनिवार को बारिश के बाद हुआ था हादसा
27 जुलाई को राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भरने की वजह से तीन विद्यार्थियों की जान गई थी। दर्दनाक हादसे में उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले निविन दलविन ने अपनी जान गंवाई थी। घटना के तीसरे दिन भी छात्रों ने राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस के मुताबिक बेसमेंट में काफी पानी भरा था। वहां करीब 30 छात्र फंसे थे। 14 छात्रों को पुलिस ने बचाया। बाकी छात्र खुद ही बचकर निकलने में सफल रहे हैं। हालांकि इस दौरान तीन विद्यार्थियों को अपनी जान गंवानी पड़ी। बेसमेंट में पानी कम होने पर तीनों के शव मिले।
