बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर मचे घमासान और हिंसक विद्रोह के बीच बीते सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और अपना देश भी छोड़ कर भागना पड़ा था। बांग्लादेश छोड़ कर शेख हसीना भारत आ गईं वो अभी भी भारत में ही हैं। इस बीच अमेरिका में रह रहे शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने भारत का विशेष आभार जताया है। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी से एक वीडियो जारी करते हुए वाजेद जॉय ने कहा कि भारत सरकार को मेरा खास संदेश है।
मां की जान बचाई, आपका व्यक्तिगत आभार
वीडियो संदेश में शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि मेरी मां (शेख हसीना) की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की त्वरित कार्रवाई के लिए मेरा व्यक्तिगत आभार है। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा, मेरा दूसरा संदेश यह है कि भारत को दुनिया में नेतृत्व की भूमिका निभानी चाहिए और अन्य विदेशी शक्तियों को स्थिति को नियंत्रित करने नहीं देना चाहिए। जॉय ने कहा कि क्योंकि बांग्लादेश भारत का पड़ोसी है। इसके साथ ही जॉय ने कहा, ‘क्योंकि यह (बांग्लादेश) भारत का पड़ोसी है। यह भारत का पूर्वी भाग है। यह एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है जिसे कोई भी नकार नहीं सकता कि शेख हसीना की सरकार ने बांग्लादेश में शांति बनाए रखी है। आर्थिक विकास को बनाए रखा और देश में बढ़ते उग्रवाद को भी रोका है।’
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन
बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस ने गुरुवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली थी। युनूस ने शुक्रवार को विभिन्न मंत्रालयों के कार्यभार का बंटवारा किया गया. गौर करने वाली बात ये है कि यूनुस ने 27 मंत्रालय या विभाग अपने पास रखे हैं। नई सरकार के विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा, “हमें बड़े देशों के साथ संबंधों में संतुलन बनाए रखने की जरूरत है।”बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रो. मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को नवनियुक्त 16 सदस्यीय सलाहकार परिषद के विभागों का बंटवारा कर दिया। यूनुस ने रक्षा, लोक प्रशासन, शिक्षा, ऊर्जा, खाद्य, जल संसाधन और सूचना जैसे 27 मंत्रालय अपने पास रखे हैं। राजनयिक मोहम्मद तौहीद हुसैन को विदेश मंत्रालय का प्रमुख नियुक्त किया है। अंतरिम कैबिनेट में शामिल किए दो छात्र नेताओं नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद को क्रमशः दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी तथा युवा और खेल मंत्रालयों का प्रभार दिया गया है।
