चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हरियाणा में एक चरण में मतदान होगा जो 1 अक्टूबर को होगा और जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा जिसमें पहल चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा। दोनों ही राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।
हरियाणा में 1 चरण में ही होगा चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हरियाणा में 27 अगस्त को वोटरों की लिस्ट जारी की जाएगी। हरियाणा में 2.1 करोड़ वोटर्स हैं। हरियाणा में 20 हजार से अधिक पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। हरियाणा में 1 ही चरण में मतदान किया जाएगा। हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की शुरुआत 12 सितंबर से होगी। इसके बाद नामांकनों की जांच 13 सिंतंबर को की जाएगी और 16 सितंबर तक उम्मीदवर अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। वही 1 अक्तूबर को मतदान होंगे। हरियाणा विधानसभा में 90 में से 73 सीटें सामान्य हैं जबकि 17 रिजर्व हैं। 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि और 31 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी।
जम्मू-कश्मीर में तीन चरण में होंगे 90 सीटों पर चुनाव
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नए परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या 90 हो गई है।जम्मू-कश्मीर में अब विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है। जम्मू में अब 43 तो कश्मीर में 47 सीटें होंगी। पीओके के लिए 24 सीटें ही रिजर्व हैं। यहां चुनाव नहीं कराए जा सकते. जबकि लद्दाख में विधानसभा ही नहीं है। इस तरह से कुल 114 सीटें हैं, जिनमें से 90 पर चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू रीजन में सांबा, कठुआ, राजौरी, किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर में एक-एक सीट बढ़ाई गई है। वहीं, कश्मीर रीजन में कुपवाड़ा जिले में एक सीट बढ़ाई गई है। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। वहीं, अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार लोग विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे।
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