उत्तर प्रदेश की दस विधान सभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पार्टियों की तैयारी जोरों पर है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सपा और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि सपा वाले गरीबों की संपत्ति पर कब्जा व दंगे भड़काते हैं। सीएम योगी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज विकास के मॉडल के लिए पूरे यूपी की तारीफ होती है लेकिन आपने 2017 से पहले सरकार को देखा है। उससे पहले प्रदेश पहचान के लिए मोहताज था। गुंडागर्दी थी। बेटी और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। प्रदेश के अंदर कोई आना नहीं चाहता था।
“लाल टोपी वाले काले कारनामों के लिए जाने जाते हैं”
सपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ‘लाल टोपी’ वाले लोग ‘काले कारनामों’ के लिए जाने जाते हैं। अयोध्या में सपा नेता निषाद बेटी की इज्जत से खिलवाड़ करता है, लेकिन सपा मुखिया बेशर्म के खिलाफ कार्रवाई की बजाय बेशर्मी से उसका समर्थन कर रहे थे। लखनऊ में एक बेटी पिता के साथ बाइक से जा रही थी, लेकिन बरसात में पानी भरने पर सपा के गुंडे बेटी को गिराने का कार्य करते थे। तब इनके एक नेता ने सदन में कहा था कि सद्भावना ट्रेन चलनी चाहिए, तब मैंने कहा कि माफिया-गुंडों के लिए सद्भावना नहीं, बुलेट ट्रेन चलेगी। सीएम ने कहा कि सपा का तीसरा मॉडल कन्नौज में दिखा। नवाब ब्रांड ही इनकी असली पहचान है। यह अनैतिक तरीके से अर्जित की गई संपत्ति के माध्यम से बेटियों के इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं। यह आरोपी भी सपा से जुड़ा है। इनके पन्नों को उलटेंगे तो काले कारनामों से इनका इतिहास भरा है।
‘लाल टोपी’ वाले लोग ‘काले कारनामों’ के लिए जाने जाते हैं… pic.twitter.com/gkPHWv7zTq
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 29, 2024
इरफान सोलंकी अपने कर्मों की सजा भुगत रहा है-सीएम योगी
दरअसल, सीएम योगी सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव का रण बिगुल फूंकने आए हैं। सीसामऊ से सपा नेता इरफान सोलंकी की विधायकी जाने के बाद से यह सीट रिक्त है। कानपुर में सीएम योगी ने कहा- पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी अपने कर्मों की सजा भुगत रहा है। जब पूर्व राष्ट्रपति कानपुर आए थे, उस दिन सपा विधायक दंगे की साजिश रच रहा था। वह अपने कर्मों की वजह से आज जेल में है। इसलिए उसकी विधायकी गई। यही वजह है कि यहां उपचुनाव हो रहे हैं। जनता-जनार्दन ने जनादेश पांच वर्ष के लिए दिया, लेकिन अब उपचुनाव झेलना पड़ रहा है। जब भी मौका मिलता है तो सपा अराजकता की मंशा को जाया नहीं होने देती।
