लोकसभा सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं। जहां वह अलग-अलग कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं और लोगों को संबोधित कर रहे हैं. पहले वह अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में पहुंचे थे। जहां उन्होंने छात्रों से बातचीत की थी। इसके बाद अब वह वर्जीनिया पहुंचे। अमेरिका में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी लगातार बीजेपी सरकार और RSS पर निशाना साध रहे हैं। अब राहुल गांधी ने अमेरिका में बैठकर भारत में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 को वह स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखते।
चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे-राहुल
राहुल गांधी ने अपने इंटरव्यू में लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी बहुमत से नीचे है। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए होते तो बीजेपी सत्ता में नहीं होती। राहुल गांधी ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था। उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे। हमारे पास अभियान के लिए कोई पैसा नहीं था। यहां तक की हमारे पास ट्रांसपोर्टर लीडर के लिए पैसा नहीं था और मुझे याद है कि हमने सोचा अब क्या करें। हम चर्चा कर रहे थे कि अब क्या करना है, क्योंकि पैसा तो था नहीं। चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। राहुल गांधी ने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो भाजपा 246 के करीब भी नहीं पहुंचती। मैं इसे स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखता। मैं इसे नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं।
‘बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी का डर खत्म हो गया है’
राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद कुछ बदल गया है। बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी ने काफी डर फैलाया था, एंजेसियों का दबाव लगातार छोटे व्यवसायों पर डाला गया, लेकिन चुनाव के बाद यह सब गायब हो गया। जिस डर को फैलाने में इतने साल लग गए, पल भर में सब खत्म हो गया। मैं तो अब जब भी संसद में पीएम मोदी को देखता हूं, कह सकता हूं कि 56 इंच का सीना, ईश्वर से सीधा संबंध होने का दावा सब कुछ इतिहास बनकर रह गया है।
RSS भारत को नहीं समझती-राहुल गांधी
BJP को समझ में नहीं आता कि ये देश सबका है। भारत एक संघ है। संविधान में साफ लिखा है। भारत एक संघ राज्य है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। BJP कहती है कि ये संघ नहीं है, ये अलग है। RSS भारत को नहीं समझती: RSS कहती है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं। कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से, कुछ समुदाय दूसरे समुदायों से कमतर हैं। हर राज्य का अपना इतिहास, परंपरा है। RSS की विचारधारा में तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी है, ये कमतर भाषाएं हैं। इसी बात पर लड़ाई है। RSS भारत को नहीं समझती।
