प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद दिल्ली के लिए रवाना हुए। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन और भविष्य के शिखर सम्मेलन (SOTF) में भाग लिया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान कुछ प्रमुख द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान, क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।
शांति के बिना विकास संभव नहीं हो सकता- PM मोदी
वहीं बैठक के दौरान, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा, शांति के बिना विकास संभव नहीं हो सकता। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी देशों के नेताओं के साथ चर्चा के बाद यह साफ हो गया है कि सीजफायर की दिशा में प्रयास जारी रखने की जरूरत है।इसके अलावा, पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ के दौरान आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिन्यान और वियतनाम के राष्ट्रपति टो लैम से भी मुलाकात की। वहीं, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि गाजा की समस्या सुलझाने में भारत भूमिका निभा सकता है।
बता दें कि यह दोनों नेताओं की एक महीने में यह दूसरी मुलाकात थी, जिसमें उन्होंने शांति और विकास पर जोर दिया। पीएम मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन के दौरे पर थे, जिसमें उन्होंने वहां शांति की वापसी के लिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी। पीएम मोदी रूस-यूक्रेन संघर्ष को हल कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस मुद्दे पर वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संपर्क में भी हैं। रूस-यूक्रेन जंग में भारत शांति और संघर्ष विराम की पहल कर रहा है।
