‘मन की बात’ कार्यक्रम के 10 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि आज का ये एपिसोड मुझे भावुक कर देने वाला है। ये मुझे ढेर सारी पुरानी यादें ताजा कर रहा है। इसका कारण ये है कि मन की बात में हमारी ये यात्रा आज 10 साल पूरे कर रही है। मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में करोड़ों यात्री साथी बने, मैं सभी का धन्यवाद करता हूं। मैं हमेशा भारत की महानता के गीत गाता रहूंगा। इसके अलावा स्वच्छता अभियान, मेक इन इंडिया को भी इस अक्टूबर 10 साल पूरे हो जाएंगे।
मन की बात कार्यक्रम के सूत्रधार हैं श्रोता
पीएम मोदी ने अपने इस कार्यक्रम का सूत्रधार श्रोताओं को बताया और कहा कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बात न हो तब तक तवज्जों नहीं मिलती है। मगर मन की बात कार्यक्रम ने साबित किया है कि देश के लोगों में सकारात्मक जानकारी की कितनी भूख है। मन की बात के 10 साल की यात्रा ने ऐसी माला तैयार की है। जिसमें हर एपिसोड के साथ नई गाथाएं और नए कीर्तिमान और नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। सामूहिकता के साथ होने वाले हर कार्यक्रम को मन की बात में सम्मान मिलता है।
पीएम मोदी ने झांकी की जल सहेलियों का किया धन्यवाद
पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ हफ्तों से देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, यह हमें याद दिलाता है कि ‘जल संरक्षण’ कितना महत्वपूर्ण है। मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बताया कि झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है। ये महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं और उन्होनें ‘जल सहेली’ बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। इन महिलाओं ने मृतप्राय हो चुकी घुरारी नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
कुछ भी खरीदेंगे, वो Made In India ही होना चाहिए
PM मोदी ने कहा, “इस महीने एक और महत्वपूर्ण अभियान के 10 साल पूरे हुए हैं। इस अभियान की सफलता में देश के बड़े उद्योगों से लेकर छोटे दुकानदारों तक का योगदान शामिल है। मैं बात कर रहा हूं ‘Make In India’ की, आज मुझे ये देखकर बहुत खुशी मिलती है कि गरीब, मध्यम वर्ग और MSMEs को इस अभियान से बहुत फायदा मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा, “त्योहारों के इस मौसम में आप फिर से अपना पुराना संकल्प भी जरूर दोहराइए, कुछ भी खरीदेंगे, वो Made In India ही होना चाहिए, कुछ भी गिफ्ट देंगे, वो भी, Made In India ही होना चाहिए।”
‘संथाली’ भाषा को मिली नई पहचान
मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि हमारी ‘संथाली’ भाषा को digital Innovation की मदद से नई पहचान देने का अभियान शुरू किया गया है। संथाली, हमारे देश के कई राज्यों में रह रहे संथाल जनजातीय समुदाय के लोग बोलते हैं। भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में भी संथाली बोलने वाले आदिवासी समुदाय मौजूद हैं।
उत्तराखंड के झाला गांव का भी किया उल्लेख
पीएम मोदी ने उत्तराखंड के गांव झाला का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस गांव के युवा रोजाना गांव में दो घंटे सफाई करते हैं। इससे गांव स्वच्छ हो रहा है और लोग जागरुक भी हो रहे हैं। पीएम मोदी ने पुडुचेरी की रम्या की भी तारीफ की। वे युवाओं की मदद से समुद्र तट पर सफाई अभियान चला रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दो अक्तूबर को स्वच्छता अभियान के 10 साल पूरे होंगे।
