टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन किया है। अजहरुद्दीन पर हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में फंड के दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं। यह मामला 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी का बताया जा रहा है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने उन्हें तलब किया है। सूत्रों ने कहा कि 61 वर्षीय पूर्व संसद सदस्य (सांसद) को 3 अक्टूबर को यहां अपने कार्यालय में संघीय एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
20 करोड़ की हेराफेरी करने का आरोप, ईडी ने भेजा समन
अजहरुद्दीन एचसीए में अध्यक्षता का पद संभाल चुके हैं। अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में एचसीए अध्यक्ष चुने गए थे। जून 2021 में उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। जानकारी के मुताबिक कार्यकाल के दौरान उनपर लगभग 20 करोड़ की हेराफेरी का मामला सामने आया है। इस पैसा का आवंटन हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम के डीजल जरनेटर, फायरफाइटिंग सिस्टम और कैनोपी के लिए किया गया था। ईडी का आरोप है कि एचसीए ने निजी कंपनियों को स्टेडियम से जुड़े कामों के लिए उच्च दरों पर ठेके दिए। इस कारण क्रिकेट एसोसिएशन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। इस मामले में ईडी ने तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। ED ने तेलंगाना में 9 जगहों पर छापेमारी की थी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए थे।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने किया मोहम्मद अजहरुद्दीन को तलब
कांग्रेस नेता को ईडी द्वारा जारी किया गया यह पहला समन है, जिसके तहत उन्हें आज जांच एजेंसी के सामने पेश होना है। हालांकि, अजहर ने खुद पर लगे इन आरोपों को नकार दिया है। साथ ही मोहम्मद अजहरुद्दीन ने ईडी से कुछ समय की मांग की है। जानकारी के मुताबिक, ईडी नया समय उन्हें जारी करेगी। बता दें कि मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं। अजहर क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति के मैदान पर उतर चुके हैं। वे 2009 में लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। अजहर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
