कालकाजी मंदिर में बुधवार को देर रात करंट लगने से भगदड़ मच गई। करंट लगने से एक किशोर की मौत हो गई। मंदिर में 2 अक्टूबर की देर रात करंट और भगदड़ की घटना हुई है। वहीं, भगदड़ मचने से 6 लोग घायल हुए हैं।हादसे में कुल सात श्रद्धालु घायल हो गए। उन्हें एम्स और ट्रांमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस मामले में कालकाजी मंदिर कमेटी के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है।
बिजली का तार टूटने से रेलिंग में आया करंट
शुरुआती जांच में पता चला है कि 2 अक्टूबर की देर रात नवरात्रि के दौरान हैलोजन लाइट लगाने के लिए लगाया गया बिजली का तार टूटकर लोहे की रेलिंग के संपर्क में आ गया था। इससे उसमें करंट आ गया। पुलिस स्टाफ ने मौके पर पहुचकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया, इलेक्ट्रिक सप्लाई को बन्द किया गया और लोगो को मौके से हटाया गया। बीएसईएस और पुलिस ने मौके पर जांच की और मंदिर को खाली कराया। टोटल 7 लोगो को चोट आई थी जिसमे से एक को करंट लगने और 6 भक्तों को भगदड़ की वजह से चोट आई थी।
कालकाजी मंदिर में दर्शन करने आया था परिवार
मृतक की छात्र की पहचान मयंक के तौर पर हुई, जो 9वीं क्लास में पढ़ता था। बताया जा रहा है कि मृतक अपने परिवार के साथ कालकाजी मंदिर में दर्शन करने आया था और करंट की चपेट में आ गया जिस वजह से उसकी जान चली गई। मृतक के पिता प्लंबर का काम करते हैं। इसके अलावा सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। फिलहाल कालकाजी मंदिर में रिपेयरिंग के बाद मंदिर में इलेक्ट्रिक सप्लाई शुरू कर दी गई थी और दर्शन भी शुरू कर दिए गए थे। पुलिस ने इस घटना के मामले में बीएनएस की धारा 289, 125(9) और 106(1) के तहत मामला दर्ज कर के जांच शुरू कर दी है।
