माता पिता बचपन से लेकर बड़े होने तक अपने बच्चों की जो देखभाल करते है वैसा कोई नहीं करता है। उन्हें हमेशा अपने बच्चे के स्वास्थ्य की चिंता लगी रहती है। माता-पिता अकसर अपने बच्चों को स्वास्थ रखने के लिए क्या कुछ नहीं करते। वे बच्चों की हर जरूरत का ध्यान रखते हैं लेकिन कई बार जानकारी का अभाव उनके बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य का नियमित जांच कराने के साथ-साथ कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि भविष्य में किसी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। आइए आज हम आपको बताते हैं कि किन बातों का ख्याल रखकर आप अपने बच्चे को फिट रख सकते हैं।
शारीरिक एवम् मानसिक विकास पर दें ध्यान
- बच्चों को खेल-कूद और शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए। माता-पिता को उन्हें पर्याप्त नींद लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। पर्याप्त नींद लेने से बच्चों का विकास सही तरीके से होता है। शरीर के विकास के साथ बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें।
- मानसिक विकास के लिए बच्चों के साथ समय बिताएं. उसके लक्ष्य को निर्धारित करने के साथ- साथ चीजों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करें. अगर बच्चों का मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है तो बच्चों में स्पष्ट रूप से सोचने, सामाजिक रूप से विकसित होने और नए कौशल सीखने की क्षमता बढ़ती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है
खान-पान में इन बातों का रखें ध्यान
- एक से दो साल के बच्चों की डाइट बहुत अच्छी रखनी चाहिए ताकि भविष्य में उनके खान पान का तरीका सही रहे। सही खान पान से बच्चे का इम्यून मजबूत होता है और रोगों के खिलाफ लड़ने में उनका शरीर सक्षम बनता है। इसलिए अपने बच्चे की डाइट में दूध, अंडा, चिकन, मछली, मटर, दाल, बादाम, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि जैसी प्रोटन, कैल्शियम और फाइबर रिच फूड्स को शामिल करें।
- वहीं आज के समय में बच्चे प्रोस्सेड फूड्स का सेवन ज्यादा करना चाहते हैं लेकिन इसके सेवन से बच्चों का वजन बढ़ाने के साथ कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा भी बढ़ता हैं।
हर तरह के टीके जरूरी लगवाएं
टीकाकरण बच्चों के जीवन और उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए सबसे किफायती तरीकों में से एक है..टीकाकरण से आप अपने बच्चों को और आने वाली पीढ़ियों को संक्रामक बीमारियों से बचा सकते हैं। ये उन बीमारियों को खत्म करने में मदद करते हैं जो अभी और भविष्य में फैल सकती हैं लेकिन अगर लोग टीका लगवाना बंद कर देते हैं। तो कई बीमारियाँ जो आज टीकाकरण की बदौलत बहुत दुर्लभ हो गई हैं वापस आ सकती हैं।
