बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। हत्या के 28 घंटे बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी ली। लिखा, “सलमान खान और दाऊद की मदद करने वालों को छोड़ेंगे नहीं।” इस पोस्ट में लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप और अनमोल बिश्नोई को हैशटैग किया गया है। पुलिस इस पोस्ट की जांच कर रही है।
शूटर्स ने दो महीने से पहले कर रखी थी रेकी
सूत्रों से पता चला है कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए शूटर्स ने दो महीने पहले से तैयारी कर रखी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शूटर्स ने बाबा सिद्दीकी और उनके परिवारवालों की पूरी रेकी करके रखी हुई थी। पुलिस की पूछताछ में इन हमलावरों ने बताया कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी के दफ्तर, उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर पर लगातार नजर रखने के साथ-साथ यह भी पता कर रखा था कि बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में कितने पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं और उनके साथ कितने लोग रहते हैं।
15 दिन पहले मिली थी धमकी
बाबा सिद्दीकी को हमले से 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके मद्देनजर उनको Y कैटिगिरी की सुरक्षा भी दे दी गई थी। लेकिन घटना के वक्त उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट्स और CCTV भी बंद थे। बांद्रा के खेर नगर में शनिवार रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था।
हत्या के पीछे कौन?
पुलिस इस मामले की जांच दो ऐंगल से कर रही है।आखिर बाबा सिद्दीकी की जान का दुश्मन कौन था? क्या फिर सलमान खान से नजदीकी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उनकी हत्या करवाई या फिर मुंबई के SRA विवाद से इसका कोई तार जुड़ा हुआ है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि वे मामले में ‘कॉन्ट्रैक्ट’ यानी सुपारी किलिंग के एंगल की भी जांच कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें शक है कि मामले के मास्टरमाइंड ने हत्यारों को बिना टारगेट की पहचान बताए शूटआउट के लिए पैसे दिए थे।
