राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। तीन आरोपियों में से दो को पुलिस ने तुरंत ने पकड़ लिया था। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में दावा किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे। तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट में उस शूटिंग स्पॉट पर पहुंचे थे, जहां गोली चलाई गई थी। हालांकि हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
दो शूटर गिरफ्तार, तीसरे की तलाश
पुलिस के मुताबिक, इस हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं, तीसरा फरार है। एक शख्स यूपी का है तो दूसरा हरियाणा से ताल्लुक रखता है। गुरमेल बलजीत सिंह 23 साल का है। वह हरियाणा का रहने वाला है। इसके साथ ही दूसरा आरोपी धर्मराज राजेश कश्यप की उम्र 19 साल है। वह यूपी का रहने वाला है। बाबा सिद्दीकी के हत्या के मामले की जांच क्राइम ब्रांच मुंबई द्वारा की जा रही है। पुलिस ने बताया की तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच मुंबई सभी एंगलों में जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पटाखे की ऊंची आवाज के बीच शूटरों ने चलाई गोलियां
मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच अपने ऑफिस से निकलकर मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) स्थित अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी तीन हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाकर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। तीनों बदमाशों ने अपने चेहरे रूमाल से ढके थे। पटाखे की ऊंची आवाज के बीच उनपर बदमाशों ने 6 राऊंड गोली चलाई। जिसमें तीन गोलियां बाबा सिद्दकी को लगी। गोली लगते ही बाबा सिद्दकी जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पिछले 25-30 दिनों से आरोपी कर रहे थे रेकी
मीडिया- रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी भी कर रहे थे। तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट शूटिंग स्पॉट (जहां पर गोली चलाई गई) पर आए थे। सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्धकी पर गोली चलाने से पहले तीनों कुछ समय वहीं उनका इंतजार भी कर रहे थे। पुलिस को शक है कि आरोपियों को कोई और भी था जो जानकारी मुहैया करवा रहा था। गोलीबारी में 9.9 एमएम की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह एक कॉन्ट्रैक्ट किलिंग थी। उन्हें सिर्फ टारगेट बताया गया था. यही वजह है कि हत्या का मकसद पता नहीं चल पाया है। पुलिस तीसरे की तलाश मे जुटी है। बताते चलें कि 15 दिन पहले ही उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके मद्देनजर उन्हें ‘Y’ कटैगरी की सुरक्षा दी गई थी।
