कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप मर्डर के चलते पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल अब 17 दिनों बाद खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही डॉक्टरों की मंगलवार को होने वाली हेल्थ स्ट्राइक भी वापस ली गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद डॉक्टरों ने इस हड़ताल पर विराम लगा दिया है हालांकि, जूनियर डॉक्टर अलग-अलग तरीकों से अपना आंदोलन जारी रखेंगे। आने वाले दिनों में जूनियर डॉक्टर जुलूस आदि निकालकर विभिन्न आंदोलन करेंगे। वे आने वाले दिनों में अपने कार्यक्रम की घोषणा करेंगे।
दो घंटे तक हुई CM ममता के साथ छात्रों की बैठक
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के बीच सोमवार को करीब दो घंटे तक बैठक हुई, जिसमें राज्य के अस्पतालों में व्याप्त “धमकी संस्कृति” सहित चिकित्सकों की विभिन्न मांगों पर चर्चा की गई, ताकि अगस्त में आरजी कर अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से उत्पन्न गतिरोध को हल किया जा सके। बताया जा रहा है कि मृतक डॉक्टर के परिवार के आग्रह और संघर्ष को आगे बढ़ाने की शपथ के साथ हड़ताल खत्म की गई है
5 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर थे जूनियर डॉक्टर
दरअसल, पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर 5 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर थे। वो जूनियर डॉक्टर ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में न्याय की मांग कर रहे थे। 19 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत ने डॉक्टरों को सीएम ममता से आज मुलाकात का आमंत्रण दिया था। बैठक के लिए 45 मिनट का समय किया गया था, लेकिन ये बैठक 2 घंटे चली। 20 अक्टूबर को सीएम ममता बनर्जी ने अनशन खत्म करने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि डॉक्टरों की अधिकतर मांगें पूरी कर दी गई हैं।
