संगम नगरी प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के ‘पीसीएस प्री’ और ‘आरओ एआरओ’ को लेकर छात्रों का धरना प्रदर्शन गुरुवार को चौठे दिन भी जारी है। छात्र अपनी मांगों पर अड़े हैं। छात्रों की एक बड़ी संख्या ने UPPSC के परीक्षा आयोजन के तरीके के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। वे वन डे वन शिफ्ट एग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं, लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने उनकी मांग मंजूर नहीं की है। वहीं, इससे एक दिन पहले प्रदर्शन कर छात्रों और डीएम की तीसरे दौर की वार्ता विफल रही।
आयोग की उच्च स्तरीय कमेटी की बैठक शुरू
छात्रों का आंदोलन खत्म कराने के लिए आयोग की उच्च स्तरीय कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में वन डे वन शिफ्ट में नॉर्मलाइजेशन के बगैर इम्तिहान कराए जाने को लेकर चर्चा हो रही है। 40 से 45 मिनट में आयोग की बैठक खत्म हो सकती है। परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन को लेकर अभ्यर्थियों के एक वर्ग द्वारा जताए जा रहे असंतोष पर आयोग के प्रवक्ता ने कहा था कि आयोग की परीक्षाओं की शुचिता एवं छात्रों के भविष्य को संरक्षित करने के उद्देश्य से परीक्षाएं केवल उन केंद्रों पर कराई जा रही हैं, जहां किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है। पूर्व में दूर-दराज के परीक्षा केंद्रों में कई प्रकार की गड़बड़ियां संज्ञान में आई हैं, जिससे योग्य छात्रों का भविष्य अनिश्चित बन जाता है।
प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प
आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हो गई। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में धरना दे रहे छात्रों को जबरन उठाने पहुंचे थे। पुलिस को देखते ही छात्र-एक दूसरे पर लेट गए। छात्रों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की, गालियां भी दीं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी प्रदर्शन करने वाले कुछ छात्रों को जबरन घसीटते हुए ले गए हैं। जिससे छात्र और पुलिस के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई। छात्रों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने अराजकता फैलाने के आरोप में छात्रों को हिरासत में लिया।
