संभल में जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद सर्वे का काम पूरा हो गया है। लेकिन आज सुबह जब यहां दोबारा सर्वेक्षण के दौरान टीम आई तो जमकर हंगामा हुआ और इस दौरान जमकर पथराव किया गया आगजनी और प्रदर्शन हुई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। आक्रोशित भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि पुलिस को उन्हें नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज करनी पड़ गई। हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। इस बवाल के दौरान छर्रे व पत्थर लगने से सीओ सिटी व डिप्टी कलेक्टर सहित 15 पुलिस कर्मी घायल भी हुए हैं। मुरादाबाद के मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि उपद्रव करने के आरोप में अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही एक दिन के लिए इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
सर्वे करने पहुंची टीम तभी हुआ पथराव
दरअसल रविवार सुबह संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने पहुंची सर्वेक्षण टीम पर स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया और पथराव भी किया। सर्वेक्षण टीम और पुलिस प्रशासन ने स्थानीय लोगों से पथराव बंद करने की अपील की लेकिन पत्थरबाजी नहीं थमी। पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद मौके पर तैनात पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। स्थिति काबू से बाहर होने पर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। सर्वे के बाद जो रिपोर्ट तैयार की गई है वह 29 नवंबर के बाद कोर्ट में पेश किए जाएगी। जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि सीसीटीवी से प्रदर्शनकारियों की पहचान की जाएगी। वहीं पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि हालात नियंत्रण में है।
जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का है दावा
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष यह दावा कर रहा है कि यह जामा मस्जिद नहीं, बल्कि हरिहर मंदिर है। इसको लेकर हिंदू पक्ष ने कोर्ट में याचिका लगाई, जिसपर 19 नवंबर को सुनवाई भी हुई। कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे करवाकर एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। प्रशासन को 26 नवंबर को रिपोर्ट पेश करनी है। 29 नवंबर को इस पर सुनवाई होगी। न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। कोर्ट के आदेश के चार घंटे में बाद प्रशासन ने सर्वे किया था। इसके बाद रविवार को फिर टीम पहुंची थी, जिसके बाद आज बवाल हुआ। इस सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस वाद को दायर करने में वादीगण में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरिशंकर जैन, पर्थ यादव, महंत ऋषिराज गिरि, राकेश कुमार, जीतपाल सिंह यादव, मदनपाल, वेदपाल और दीनानाथ शामिल हैं।
