उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हंगामा जारी है। इसी बीच रविवार की सुबह सर्वे कर रही टीम के खिलाफ पथराव हो गया और देखते देखते बवाल भारी हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी मौके पर हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों से सर्वेक्षण टीम के पहुंचने पर पथराव न करने की अपील की है। पथराव के बाद पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि पुलिस और एसपी हेलमेट पहने नजर आ रहे हैं और दूसरी तरफ से पत्थरबाजी हो रही है। फिलहाल संभल में हालात तनावपूर्ण हैं।
सर्वे करने वाली टीम पर पथराव
दरअसल, शहर की शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा पेश किए जाने के बाद दूसरे चरण का सर्वे आज (रविवार) सुबह ही शुरू किया गया था। एडवोकेट, कमिश्नर सर्वे के लिए पहुंचे थे लेकिन सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है। कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। पुलिस ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को भगाने का प्रयास किया। बताया जाता है की दूसरी ओर से भी फायरिंग की गई है। स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।
जामा मस्जिद नहीं, बल्कि हरिहर मंदिर होने का दावा
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष यह दावा कर रहा है कि यह जामा मस्जिद नहीं, बल्कि हरिहर मंदिर है। इसको लेकर हिंदू पक्ष ने कोर्ट में याचिका लगाई, जिसपर 19 नवंबर को सुनवाई भी हुई। कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे करवाकर एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। प्रशासन को 26 नवंबर को रिपोर्ट पेश करनी है। 29 नवंबर को इस पर सुनवाई होगी। न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। कोर्ट के आदेश के चार घंटे में बाद प्रशासन ने सर्वे किया था। इसके बाद रविवार को फिर टीम पहुंची थी, जिसके बाद आज बवाल हुआ। इस सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस वाद को दायर करने में वादीगण में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरिशंकर जैन, पर्थ यादव, महंत ऋषिराज गिरि, राकेश कुमार, जीतपाल सिंह यादव, मदनपाल, वेदपाल और दीनानाथ शामिल हैं।
सम्भल में हरिहर मंदिर हमारी आस्था का केंद्र-विष्णु शंकर जैन
कोर्ट ने इस मामले में एएसआई, उत्तर प्रदेश सरकार, जामा मस्जिद कमेटी और संभल के जिलाधिकारी को पक्षकार बनाया गया है। हरिशंकर जैन के बेटे विष्णु शंकर जैन इस मामले में अधिवक्ता के तौर शामिल हैं। अधिवक्ता विष्णु जैन ने बताया, ”सम्भल में हरिहर मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। वर्ष 1529 में बाबर ने मंदिर को तोड़ कर मस्जिद में बदलने की कोशिश की थी। वहां पर बहुत सारे निशान और संकेत हैं जो हिन्दू मंदिर के हैं. इन सारी बातों को ध्यान रखते हुए अदालत ने यह आदेश जारी किया है। फिलहाल क्षेत्र की संवेदनशील होने की वजह से जामा मस्जिद की ओर जाने वाले तीनों रास्तों को बंद कर दिया गया। पीएसी और आरआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं।
