महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर नई अपडेट आई है। सूत्रों के मुताबिक महायुति की नई सरकार 5 दिसंबर को शपथ ले सकती है। शपथग्रहण के भव्य आयोजन के लिए मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान को चुना गया है। मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री यहीं शपथ लेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री के साथ कितने कैबिनेट मंत्रियों का शपथ होगा, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे लेकिन नतीजों की घोषणा के बाद भी इस बात पर कोई फैसला नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री कौन होगा? 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति के 230 सीटें जीतने के बाद एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने सत्ता बंटवारे पर चर्चा करने के लिए गुरुवार रात अमित शाह से मुलाकात की थी। यह बैठक दिल्ली में हुई थी।
2 या 3 दिसंबर को हो सकती है विधायक दल की बैठक
आजाद मैदान में होने वाले इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम मुख्यमंत्रियों और अन्य दिग्गजों के जुटने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि किसको किसको क्या मंत्रालय मिलेगा ये तो तीनों पार्टियों के नेता तय करेंगे और आगे का फॉर्मूला भी तीनों दलों के नेता तय करेंगे। सरकार के गठन को लेकर महायुति में माथापच्ची जारी है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक 2 या 3 दिसंबर को विधायक दल की बैठक राजधानी मुंबई में होगी। इसी बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। विधायक दल के नेता चुनने के लिए बीजेपी केंद्र से पर्यवेक्षक भेजेगी। वहीं दिल्ली से वापसी के बाद चर्चा थी कि महायुति की बैठक होगी। लेकिन दोपहर अचानक ही शिंदे अपने गांव निकल गए। इससे बैठक की आस खत्म हो गई। बताया जा रहा है कि मंत्री पद के बंटवारे को लेकर शिंदे नाराज हैं इसलिए वे गांव चले गए।
विधानसभा चुनावों में महायुति को मिली थी 230 सीटें
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसीपी) के गठबंधन महायुति ने 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। बीजेपी 132 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। शिंदे की शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीट से संतोष करना पड़ा। हालांकि, 23 नवंबर को चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद भी अगले मुख्यमंत्री के नाम पर कोई फैसला नहीं हुआ है। इससे पहले 2014 में जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में शपथ लिया था। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे। फडणवीस की यह सरकार पूरे 5 साल तक चली थी। वहीं 2019 में फडणवीस दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन इस बार राजभवन में ही शपथग्रहण का आयोजन किया गया।
