बांग्लादेश में आज जो हो रहा है उसे देखने के बाद ये कहना गलत नहीं है कि वहा हिंदू खतरे में है। बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार ने भारत सरकार की नींदे उड़ा दी है। वहां की वर्तमान सरकार अपनी सरकार बचाने के लिए हिंदुओं को टारगेट कर रही है। भारत सरकार वहां के हिंदुओ के संरक्षण की बात कर रही है लेकिन अब पीएम मोदी को अपने पुराने दोस्त का साथ मिल गया है। जिसके डर से बांग्लादेश की सरकार की कांपती है। तो आइए जानते हैं कौन है पीएम मोदी का ये दोस्त जिसने बांग्लादेश की नींद उड़ा रखी है और वो अब वहां के हिंदुओ का साथ देने वाला है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी है अत्याचार
शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में जो हिंदुओं के साथ जो हुआ उसे पूरी दुनिया ने देखा। कैसे कुछ कट्टरपथियों ने खुल तौर पर हिंदुओं को अपना निशाना बनाया? वहां की सरकार सिर्फ इसलिए चुप है क्योकि उनको अपनी सरकार बचानी है। 25 अक्टूबर को बांग्लादेश में हिंदुओं ने अपने अधिकारों की रक्षा को लेकर चटगांव में एक रैली निकली थी। जिसमे चिन्मय दास समेत 19 लोगों पर ये आरोप लगा लगा की है की उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। जिसको लेकर चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था…गिरफ्तारी के बाद चिन्मय दास के समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन भी किया। चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर चिंता जताई। लेकिन अब भारत को ट्रंप का साथ मिल गया है। क्योकि खुले तौर पर ट्रंप हिंदुओं का समर्थन कर रहे हैं।
ट्रंप में धार्मिक सलाकार रहे पूर्व कमिश्नर जॉनी मूर ने कहा कि मौजूदा अमेरिकी सरकार का बांग्लादेश पर ज्यादा ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा की भले ही बाइडेन प्रशासन बांग्लादेश के हालातों को नजरअंदाज करे लेकिन अब अमेरिका में सरकार बदलने जा रही है और एक ऐसी सराकार होगी जिसकी बेजोड़ विदेश नीति होगी। आपको बता दे कि ये जवाब उन्होने तब दिया जब उनसे बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के अत्याचार पर सवाल किय गया। ट्रंप और पीएम मोदी की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में हिंदुओं के समर्थन में जॉन का ये बयान अमेरिका की नीति क्या होने वाली है ये साफ तौर पर बता रहा है। जैसे ही ट्रंप शपथ लेंगे बांग्लादेश में हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहा है उसका भारत के साथ समर्थन करेंगे।
