दिल्ली के चुनाव ने राजनीतिक तपिश बढ़ा दी है.10 साल की सत्ता को बरककार रखने के लिए केजरीवाल लोगों के बीच जा रहे हैं ताकी हार की कई भी गुंजाइश न बचे.चुनाव से पहले केजरीवाल ने ऐसा दांव चल दिया जिसका तोड़ न BJP के पास है और न ही कांग्रेस के पास.दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस,बीजेपी,आप सभी पार्टियों ने चुनाव जीतने का प्लान तैयार कर लिया है.लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को हराने का दावा करने वाली इंडिया गठबंधन में दिल्ली चुनाव से पहले फूट पड़ गई है, क्योंकि केजरीवाल ने अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान करके सबके चौंका दिया है.मोटिवेशनल स्पीकर और ऑनलाइन कोचिंग देने के नाम से मशहूर अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया.अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की है.सोशल मीडिया पर अवध ओझा अक्सर छाए रहते हैं.उनके सोशल मीडिया पर अच्छे-खासे फॉलोअर्स है.पार्टी में शामिल होने के बाद ये खबरे सामने आ रही है की वो मनीष सिसोदिया की सीट पटपड़गंज से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं और मनीष सिसोदिया किसी मुस्लिम सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही केजरीवाल को धन्यवाद किया.अवध ओझा ने कहा “आज मैं अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति में भी रहकर शिक्षा के लिए काम करने की बात कही.यह आज से मेरे राजनीति की शुरुआत है” ओझा को पार्टी में शामिल करवाने के बाद केजरीवाल ने भी शिक्षा को नई दिशा देने की बात कही.केजरीवाल कहते हैं -“अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से दिल्ली के शिक्षा को नई दिशा मिलेगी और दिल्ली की शिक्षा और बेहतर होगी”.आपको बता दें अवध ओझा ने लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी में शामिल होने की इच्छा जताई थी. वो प्रयागराज से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे.लेकिन बीजेपी ने उनको पार्टी में शामिल नहीं किया.जिसके बाद उन्होने कांग्रेस की तरफ से अमेठी में स्मृति ईरानी को टक्कर देने की बात कही लेकिन कांग्रेस से भी उनकी बात नहीं बन पाई थी .हालांकि बहुजन समाज पार्टी ने उनको पार्टी में शामिल होने का खुला ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का हाथ थाम कर सबको चौंका दिया.
