बांगलादेश में हिंदू खतरे में है, मानो उस देश में हिंदू होना पाप हो गया है.शेख हसीना ने जैसे ही देश छोड़ा वैसे ही बांगलादेशी हिंदुओं की जान खतरे में आ गई.और इन सब के पीछे बांगलादेश की सरकार का हाथ है.अब तो ये कहना भी गलत नहीं होगा की बांग्लादेश और पाकिस्तान में ज्यादा फर्क नहीं बचा.वो दिन दूर नहीं जब बांग्लादेश की हालत पाकिस्तान की तरह हो जाएगी.इस बार बांग्लादेश ने हिंदुओं के साथ वो किया जिसे सुनकर आपकी रुह कांप जाएगा.बांग्लादेश में सनातन को मिटाने के लिए हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं.कभी मंदिरों को जलाया जाता है,तो कभी हिंदुओं को पीटा जाता है.रोज कुछ ना कुछ हो रहा है.हर दिन एक ऐसी तस्वीर बांग्लादेश से सामने आती है जिसको देखकर हिंदुओं का खुन खौल जाता है.लेकिन हिंदू करे भी तो क्या? अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने तिलक लगाना छोड़ दिया,कलावा बांधना छोड़ दिया लेकिन उसके बाद भी हमले बंद नहीं हुए.क्योंकि इन लोगों की दुश्मनी तो सनातन धर्म से है.और ये करने के लिए ये कट्टरपंथी किसी भी हद तक जा सकते हैं.एक बार फिर से बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कट्टरपथियों ने इस्कॉन और एक मंदिर को फूंक दिया.इस आग में कई देवी देवता जल गए.इस बात की पुष्टि खुद कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधा रमण दास ने की है.दास ने बताया की मंदिर के पीछे की छत को उठाकर पेट्रोल डाला फिर पूरे मंदिर में आग लगा दिया.ऐसा नहीं है की इस बात की जानकारी वहां की सरकार को नहीं है. इस्कॉन की तरफ से इस बात की सूचना वहां की सरकार, वहां की पुलिस को दी गई लेकिन सब तमाशा देखते रहे.बांग्लादेश में जो हिंदुओं के साथ हो रहा है उसको लेकर भारत के लोगों में गुस्सा है और ये गुस्सा उन रैलियों ने दिखा जो हिंदुओं ने बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए निकाली थी.भारत सरकार भी बांग्लादेश पर नज़र बनाए हुए है. ताकी हिंदुओं पर अत्याचार रुक सके.लेकिन हमारे देश के विपक्ष जो संभल में मुसलमानों के लिए मरने के लिए तैयार हैं.लेकिन जब बारी आती हैं हिंदुओं की तब विपक्षी नेता बस तमाशा देखते रहते हैं,क्योंकि अगर कुछ बोलेंगे तो उनका वोट बैंक उनसे नाराज जाएगा.
