पूरे देश में जीत का परचम लहराने के बाद बीजेपी अगले पांच सालों तक अपने काम के लिए अब नए चेहरे पर भरोसा जताने जा रही है.जेपी नड्डा के बाद पार्टी की कमान कौन संभालेगा इस वक्त ये चर्चा का विषय है.अक्सर बीजेपी चौंकाने वाले फैसले करती है और ऐसे चेहरे को मौका देती है जिसका अंदाजा दिग्गज से दिग्गज नेताओं को भी नहीं होता.इस बार भी कुछ ऐसा ही कमाल बीजेपी ने किया है और अपना अध्यक्ष चुनने का प्लान बना लिया है जिसका नाम सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो जाएगा.ऐसे में बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा ये सवाल सबके जुंबा पर है.लेकिन अब बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुन लिया है.और इस नाम पर खुद आरएसएस ने मुहर लगाया है.रिपोर्टस की माने तो बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी की सबसे पहली पसंद शिवराज सिंह चौहान है.शिवराज की बीजेपी में अच्छी पकड़ है.पीएम मोदी अमित शाह के साथ ही RSS से भी अच्छे रिश्ते है.इसलिए उनका नाम सबसे आगे चल रहा है.शिवराज सिंह को जमीनी कार्यकर्ता कहा जाता है और कहीं न कहीं उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा था की लोकसभा चुनाव में पूरे मध्यप्रदेश में कमल खिला.लेकिन हाल में ही शिवराज सिंह कृषि मंत्री बने हैं, ऐसे में बीजेपी उनको दोहरी जिम्मेदारी देती है या नहीं वो देखने वाली बात होगी. लेकिन सूत्रों का कहना है कि दूसरा नाम महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का भी हो सकता है.फडणवीस के कड़ी मेहनत के बदौलत ही बीजेपी को महाराष्ट्र में प्रचंड बहुत मिला है.फडणवीस की बात करें तो युवा चेहरे हैं ,साथ ही ब्राह्मण चेहरा भी. उनको बीजेपी अगर केंद्र में लेकर आती है तो बीजेपी उनके जरिए हिंदुओं को भी संदेश दे सकती है.शिवराज सिंह और देवेंद्र फडणवीस के अलावा सूत्रों का कहना है बीजेपी मनोहर लाल खट्टर,धमेंद्र प्रधान या फिर भूपेंद्र यादव में से भी किसी को अपना अध्यक्ष चुन सकती है…RSS से जब भी बीजेपी ने पंगा लिया है उसको नुकसान झेलना पड़ा है.ये बात लोकसभा चुनाव में साबित हो गया.जहां बीजेपी ने 400 पार का नारा तो दिया था लेकिन अपने दम पर बहुमत भी हासिल न कर सकी.आपको याद होगा की चुनाव से पहले ही जेपी नड्डा जो की फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.बीजेपी ने आरएसएस के खिलाफ बयान दिया था और कहा था की हम खुद में पूर्ण हैं. हमें किसी की जरुरत नहीं जिसकी सजा बीजेपी को लोकसभा चुनाव में भुगतनी पड़ी और जिन जिन राज्यों में आरएसएस ने बीजेपी के लिए प्राचर किया वहीं बीजेपी को जीत मिली ,तो ऐसे में पार्टी का अध्यक्ष ऐसे ही नेता को बनाया जाएगा जो पार्टी औ संघ दोनों के पसंद का होगा.
