ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को शर्मनाक हार का समान कर पड़ा. पिंक बॉल से खेला गया यह डे एंड नाइट मैच तीसरे दिन ही खत्म हो गया. इस मैच की दोनों ही पारियों में भारतीय बल्लेबाज 200 रनों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके. यहां तक पहले मैच की तरह इस मैच में ऐसा लग ही नहीं रहा था कि भारतीय टीम जीतने के इरादे से मैदान में उतरी है. पिंक बॉल को खेलना अक्सर भारतीय टीम के लिए मुश्किलों भरा ही रहा है. अगर भारतीय टीम के आंकड़े डे एंड नाइट टेस्ट मैच के देखे जाएं तो वह बेहद निराशाजनक हैं. लेकिन भारतीय टीम की हार के कई और कारण भी क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने बताएं हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि ओवरकास्ट कंडीशन में राहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी करने की गलती की. ऐसा इसलिए क्योंकि ये इस सीरीज का खेला गया पहला ही डे एंड नाइट टेस्ट था. शायद भारतीय टीम और मैनेंजमेंट ने पिच और मौसम को जाने बिना ही जल्दबाजी पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया,जो उनपर भारी पड़ा. हालांकि ऐसी गलती भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ भी कर चुकी है, और वहां भी भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के सामने घुटने टेक दिये थे.उस मैच में कीवी गेंदबाजों ने शानदार बॉलिंग करते हुए भारतीय घुरंधरों को मात्र 46 रनों पर ऑलआउट कर दिया था. इतना कन स्कोर भारतीय टीम ने भारत में रहते हुए कभी नहीं बनाया था।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों के पास कोई प्लान नजर नहीं आ रहा था. ऐसा देखा गया जब पिच पर बॉलर्स को अतिरिक्त उछाल मिल रहा था तो कंगारू टीम ने भारतीय बल्लेबाजों को बाउसर्स के खूब छकाया. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने ऐसा नहीं किया. ज्यादातर गेंदबाजी उस जगह हुई, जहां ट्रेविस हेड जैसे बल्लेबाज आसानी से भारतीय गेंदबाजी को खेल पाए और आसानी से इस टेस्ट मैच को जीत गए. ट्रेविस हेड जैसे खतरनाक बल्लेबाज के खिलाफ सिर्फ बाउंसर ही एकमात्र उपाय था,लेकिन उसपर इतना ध्यान नहीं दिया गया।
हालांकि ऐसा भी नहीं है कि भारतीय टीम इस टेस्ट सीरीज में वापसी नहीं कर सकती है. फिलहाल सीरीज 1-1 से बराबर है,और अभी इस सीरीज के 3 मैच बचे हैं। अगर भारतीय टीम उन सभी मैचों को जीत लेती है,तो इस टेस्ट सीरीज को तो जीत ही जाएगी. साथ ही टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बने रहने के भी पूरे आसार रहेंगे और टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी पहुंच सकती है।
