दिसंबर का पहला सप्ताह बीत चुका है। ठंड ने दस्तक दे दी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड बढ़ता जा रहा है। इसी बीच पहाड़ों पर बर्फबारी का असर दिल्ली से लेकर बिहार तक देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर एक तरफ जहां बर्फबारी शुरू हो गई है। वहीं मैदानी इलाकों में हल्की बारिश के बाद ठंड बढ़ने के आसार हैं और पारे में भी लगातार गिरावट दर्ज की जाएगी। रविवार और सोमवार को जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में छिटपुट बर्फबारी देखी गई। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति, कुफरी, शिमला और मनाली पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई। वहीं, उत्तराखंड की निचली पहाड़ियों पर भी बारिश हुई। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड साहिब, औली, मसूरी, चकराता, पडारी, मुनस्यारी और मुक्तेश्वर में बर्फबारी से उत्तराखंड में भी शीतलहर चल रही है।
दिल्ली में जल्द शीतलहर की दस्तक
पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर आने वाले दिनों उत्तर भारत के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में ठंड का कहर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, 10 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच इस क्षेत्र में शीतलहर के दस्तक देने की आशंका है। दिल्ली में पहाड़ी क्षेत्रों से ठंडी हवाएं आने लगी हैं, जिससे देश की राजधानी में कंपकंपी वाली सर्दी बढ़ सकती है। सोमवार को न केवल सर्दियों के इस सीजन का सबसे ठंडा दिन बल्कि दिल्ली वासियों को ठिठुरन का भी एहसास हुआ।
यूपी-बिहार में बढ़ेगी ठिठुरन
आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में कोहरा छाने और शीतलहर चलने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान में शीतलहर अगले दो से तीन दिनों तक जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश के मौसम विभाग का कहना है कि, पश्चिमी विक्षोभ के असर से सोमवार को बारिश हो सकती है। इससे से अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन रात के पारे में 2 से 3 डिग्री तक उछाल देखने को मिल सकता है। उत्तर भारत के राज्यों में ठंडक व ठिठुरन बढ़ने एवं तापमान में गिरावट का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
दक्षिण में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल,माहे, कर्नाटक, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश और यनम में भारी बारिश की चेतावनी है। दक्षिण-पूर्ण बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर निम्न दाब क्षेत्र के प्रभाव के कारण 10-13 दिसंबर के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में भारी होने की संभावना है। तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र में 11 दिसंबर से 13 दिसंबर के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का खतरा रहेगा. 11 दिसंबर का दिन (बुधवार) सबसे अधिक प्रभावी रहेगा, जबकि 13 दिसंबर से मौसम में सुधार होना शुरू होगा।
