गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन यानी सगंम। 13 जनवरी से संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो रही है जिसका समापन 26 फरवरी को होगा। आसमान से लेकर पानी के अंदर तक हाइटेक उपकरणों के जरिए साधु संतों से लेकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जाएगी। साथ ही पहली बार एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। तो आइए हम आपको बताते हैं किस तरह एआई(AI) महाकुंभ की कड़ी सुरक्षा करेगा
भक्तों की मदद करेगा AI चैटबॉट
AI चैटबॉट लोगों के लिए एक गाइड के रूप में काम करेगा। इसे महाकुंभ 2025 ऐप या व्हाट्सएप के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है.. चैटबॉट ऐप की मदद से हिंदी और अंग्रेजी सहित 10 से अधिक भाषाओं में महाकुंभ के बारे में जानकारी मिलेगी.चैटबॉट यूजर्र को प्रयागराज में लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों, मंदिरों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों के बारे में भी बताएगा और महाकुंभ के आयोजनों के बारे में अपडेट रखेगा।
हाईटेक AI मैसेजिंग फ्लो सिस्टम
मेला क्षेत्र में बन रहे अस्पतालों के आईसीयू में भी पहली बार हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एआई मैसेजंग फ्लो सिस्टम देश या विदेश के किसी भी कोने से आने वाले रोगी की बात समझकर डॉक्टर को समझा सकता है। यह 22 रीजनल और 19 इंटरनेशनल लैंग्वेज को पलक झपकते ही हिंदी या अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर देगा। साथ ही आईसीयू में भर्ती किसी मरीज की हालत खराब होने की स्थिति में यह तत्काल डॉक्टर्स को अलर्ट भेजकर चिकित्सा इंतजाम सुनिश्चित करने की सुविधा प्रदान करेगा। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने 45 दिन तक चलने वाले महा कुंभ को एक ‘महा अभियान’ बताया। उन्होंने बताया कि कुंभ मेले में पहली बार AI और चैटबॉट्स का इस्तेमाल किया जाएगा।
AI इनेबल्ड कैमरों का भी होगा इस्तेमाल
अस्पतालों के आईसीयू के पूरे आईसीयू में एआई इनेबल्ड कैमरा भी इंस्टॉल किए जा रहे हैं। यह कैमरा मरीजों की स्थिति पर नजर रखेंगे। इनके माध्यम से तीन वरिष्ठ विशेषज्ञों की टीम आईसीयू की निगरानी कर पाएगी। यही नहीं, यह कैमरा किसी पेशेंट की स्थिति का आंकलन कर यदि उसे तुरंत डॉक्टर की मदद चाहिए, इसे भी रीड कर पाएगा। इस स्थिति को रीड करने के बाद वह तत्काल एक्टिव होगा और एक मैसेज जेनरेट करेगा, जो सीधे टीम लीडर तक पहुंचेगा। इसके बाद चंद सेकेंड्स में उस मरीज को चिकित्सीय मदद मिलने में सुविधा होगी।
क्राउड मैनेजमेंट में भी होगा AI का इस्तेमाल
इस बार के महाकुंभ में देश दुनिया से तकरीबन चालीस करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। मेले के दौरान लोगों को वाहन पार्किंग में दिक्कत ना आए और ट्रैफिक जाम की समस्या न पैदा हो, इसके लिए पहली बार एआई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही क्राउड मैनेजमेंट में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा। ताकि मेला मैदान में उपस्थित लोगों की आवाजाही की सटीक गणना और निगरानी की जा सके। महाकुंभ 2025 में ऑल टेरेन व्हीकल और फायर रोबोट जैसे अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। ये उपकरण दलदली गीली मिट्टी और बालू में भी आग बुझाने में सक्षम होंगे, जिससे समय पर अग्नि नियंत्रण में मदद मिलेगी. साथ ही, 80 फायर क्विक रिस्पांस व्हीकल्स और 50 मोटर फायर इंजन भी तैनात होंगे।
