यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरु हो गया है जो 20 दिसंबर तक चलेगा। पहले दिन बहराइच संभल से लेकर कई मुद्दों पर बहस छिड़ी। सपा संभल हिंसा को लेकर चर्चा कराने की मांग कर रही है। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के विधायक और एमएलसी हंगामा शुरू किया। सपा के विधायक हाथों में बैनर पोस्टर लेकर विधानसभा परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। ये विधायक अपने हाथ में पट्टी लेकर बैठे हुए हैं। प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के साथ ‘कानून व्यवस्था ध्वस्त है और योगी बाबा मस्त हैं’ जैसे नारे भी लगाएं। इसमें संभल और बहराईच हिंसा का जिम्मेदार योगी सरकार को ठहराया गया।
CM योगी ने संभल और बहराईच मुद्दे पर रखी अपनी बात
यूपी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल और बहराईच मुद्दे पर अपनी बात रखी। योगी ने कहा कि सभी विपक्षी नेताओं ने अपने रुचि के अनुसार बातें कहीं। संभल हिंसा पर सीएम योगी ने कहा- संभल में हुए दंगे में अब तक 209 हिंदू मारे गए हैं। लेकिन, किसी ने एक बार भी उन निर्दोष लोगों के लिए संवदेना व्यक्त नहीं की। ये लोग आज संभल पर आंसू बहा रहे हैं। ये लोग सौहार्द की बात कर करते हैं। इनको शर्म आनी चाहिए। योगी ने कहा कि भगवान विष्णु का दसवां अवतार संभल में ही होगा। 19 नवंबर को भी सर्वे हुआ। 21 नवंबर को भी हुआ। 24 नवंबर को भी सर्वे का कार्य चल रहा था। ये लगातार सर्वे का काम चल रहा था। पहले दो दिन कोई शांति भंग नहीं हुई। 23 नवंबर को जुमे की नमाज के पहले और बाद में जिस प्रकार की तकरीरें दी गईं। उनके बाद माहौल खराब हुआ। हमारी सरकार ने तो पहले ही कहा कि हम ज्युडीशियल कमीशन बनाएंगे। दूध का दूध और पानी का पानी सबके सामने आएगा।
यूपी में सांप्रदायिक दंगे 97 से लेकर 99 फीसदी तक कम हुए हैं
प्रदेश में बढ़ती हिंसा के सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि एनसीआरबी के जो आंकड़े हैं वह बताते हैं कि 2017 से लेकर अब तक यूपी में सांप्रदायिक दंगे 97 से लेकर 99 फीसदी तक कमी आई है। जिसको आप वास्तव में दंगे कहते हैं कि वह उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद से नहीं हुए। 2017 से पहले 815 सांप्रदायिक दंगे हुए और 192 लोगों की इसमें मौत हुई। 2007 से 2011 के बीच 616 हिंसा की घटनाएं हुईं और 120 लोगों की मौत हुई। इससे पहले, सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की तीखी बहस हुई। पल्लवी पटेल ने कहा- मैं यहां से चली जाऊंगा। जवाब में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चली जाइए। इनका कुछ भी लिखा नहीं जाएगा। न ही माइक चालू होगा। इसके बाद पल्लवी सदन छोड़कर चली गईं।
16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र
यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन सोमवार को औपचारिक कार्य जैसे अध्यादेशों, अधिसूचनाओं, नियमों को सदन के पटल पर रखा जाएगा और विधायी कार्य निपटाए जाएंगे। 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी, जिसके बाद उसे पारित किया जाएगा। 19 और 20 दिसंबर को विधायी कार्य होंगे। कार्यक्रम के मुताबिक, 20 दिसंबर को सदन आधे दिन संचालित होगा। वहीं विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित किया। योगी ने कहा कि सदन में सभी पक्षों से सकारात्मक चर्चा की उम्मीद है। हमारी सरकार चर्चा के लिए तैयार है।
