मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए जमीन दे रहे किसानों की मनचाही मुराद पूरी कर दी है। सीएम योगी ने शुक्रवार को जेवर एयरपोर्ट के अंतिम चरण के लिए जमीन देने वाले किसानों से अपने आवास पर मुलाकात कर नोएडा में जमीन अधिग्रहण की नई दरों का ऐलान किया है। अब जेवर के किसानों की जमीन अधिग्रहण के लिए मुआवजा राशि 3100 रुपये वर्गमीटर से बढ़ाकर 4300 रुपये वर्गमीटर कर दिया है। जमीन के बदले 10 फीसदी प्लॉट भी दिया जाएगा। किसानों को नियमानुसार ब्याज का भुगतान भी किया जाएगा । यही नहीं, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अधिग्रहण से प्रभावित हर एक किसान परिवार के व्यवस्थापन, रोजगार और सेवायोजन के भी समुचित प्रबंध किए जाएंगे। CM योगी ने ये भी कहा कि किसानों के बकाए का भुगतान सरकार की प्राथमिकता है। किसानों का बकाया किसी भी कीमत पर नहीं रोका जायेगा।
मुख्यमंत्री ने किया किसानों से संवाद
शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसानों से संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने सभी किसानों से संवाद किया, उनकी आशंका, जिज्ञासाओं और मांग के बारे में बातचीत की। संवाद कार्यक्रम के बीच मुख्यमंत्री ने सीईओ यीडा को मंच पर बुलाया और अब तक दो चरणों में हुए भूमि अधिग्रहण और प्रभावित किसान परिवारों के व्यवस्थापन के बारे में पूछा। सीईओ ने किसानों के सामने मुख्यमंत्री को एक-एक कर सारी गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि वर्तमान में केवल उन्हीं को मुआवजा दिया जाना बाकी रह गया है, जिनका उत्तराधिकार, वरासत आदि से जुड़े मामले लंबित है। सीएम ने CEO को हर एक किसान से मिलने और उनकी समस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
किसानों ने जय श्रीराम का नारा लगाकर CM क किया धन्यवाद
मुख्यमंत्री की घोषणा से खुश किसानों ने जय श्रीराम का नारा लगाकर आभार जताया और कहा कि अब यहां से वे अयोध्या धाम जाकर रामलला के दर्शन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर दशकों तक अंधकार में डूबा रहा लेकिन अब विश्व पटल पर चमकने को तैयार है। अगले 10 वर्षों में देश का सबसे विकसित क्षेत्र जेवर बनने जा रहा है। पूरी दुनिया जेवर के किसानों की समृद्धि देखेगी। सीएम ने कहाकि अप्रैल 2025 से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा और आदरणीय प्रधानमंत्री इसका शुभारंभ करेंगे। जहां जमीन के लिए गोलियां चलती थीं, वहां किसान खुशी-खुशी भूदान कर रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट के पास एमआरओ का भी विकास होगा। विमानों के मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉलिंग का वैश्विक ठिकाना जेवर बनेगा।
