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Mann Ki Baat: संविधान, महाकुंभ,AI और किसान जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी ने की चर्चा, कह दी बड़ी बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 117वें संबोधन में संविधान को लेकर कई बातें कही. इस दौरान उन्होंने महाकुंभ और प्रयागराज का भी जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने इस दौरान वर्ल्ड ऑडियो विजुअल इंटरटेनमेंट समिट, भारत के दिग्गज सितारों जैसे मोहम्मद रफी, अक्कीनेनी नागेश्वर राव गारू, तपन सिन्हा और राज कपूर को भी याद किया। यही नहीं पीएम ने देश में मलेरिया के खिलाफ सफल लड़ाई और कैंसर के इलाज की भारत में बढ़ी संभावनाओं पर भी जोर दिया।

संविधान हमारे लिए गाइडिंग लाइट है-PM मोदी

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि वर्ष 2025 में 26 जनवरी को देश में संविधान को लागू हुए 75 साल होने जा रहे हैं जो हम सभी के लिए बहुत गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने हमें जो संविधान सौंपा है वह समय की हर कसौटी पर खरा उतरा है। संविधान हमारे लिए गाइडिंग लाइट है और हमारा मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए constitution75.com नाम से एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है। इसमें आप संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपना वीडियो अपलोड कर सकते हैं। अलग-अलग भाषाओं में संविधान को पढ़ने के साथ ही संविधान से जुड़े सवाल भी पूछ सकते हैं। पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया वे इस वेबसाइट को जरूर देखें और इसका हिस्सा बनें।

हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी है-पीएम मोदी

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने 13 तारीख से प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है। इस समय वहां संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। मुझे याद है, अभी कुछ दिन पहले जब मैं प्रयागराज गया था तो हेलिकॉप्टर से पूरा कुम्भ क्षेत्र देखकर दिल प्रसन्न हो गया था। इतना विशाल! इतना सुंदर! इतनी भव्यता! महाकुंभ की विशेषता केवल इसकी विशालता में ही नहीं है। कुंभ की विशेषता इसकी विविधता में भी है। जब हम कुंभ में भाग लेंगे, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लेंगे। कुंभ आयोजन में पहली बार AI चैटबॉट का इस्तेमाल किया जाएगा। AI चैटबॉट के जरिए कुंभ से जुड़ी सभी तरह की जानकारी 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। कहीं कोई भेदभाव नहीं है, कोई बड़ा नहीं है, कोई छोटा नहीं है। इसलिए हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी है। श्रद्धालुओं को उनके मोबाइल फोन पर सरकार द्वारा स्वीकृत टूर पैकेज, आवास और होमस्टे की जानकारी दी जाएगी…”

फिल्म जगत के सितारों ने भारतीय सिनेमा को अलग पहचान दिलाई

पीएम मोदी ने कहा कि 2024 में हम फिल्म जगत की कई महान हस्तियों की 100वीं जयंती मना रहे हैं। इन विभूतियों ने भारतीय सिनेमा को विश्व-स्तर पर पहचान दिलाई। राज कपूर ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की सॉफ्ट पावर से परिचित कराया। रफी साहब की आवाज में वो जादू था, जो हर दिल को छू लेता था। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गाने, दुख भरे गाने, उन्होंने अपनी आवाज से हर भावना को जीवंत कर दिया। अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू ने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं और मूल्यों को बहुत अच्छे से प्रस्तुत किया। तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नई दृष्टि दी। न्होंने कहा कि टीवी सीरियल्स की पॉपुलैरिटी दिखाती है कि इसमें कितनी क्षमता है। ये इंडस्ट्री भारत की इकोनॉमी को भी बढ़ाती है। उन्होंने फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को देश को सशक्त करने की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस इंडस्ट्री के जरिए भारत से बहुत सारी भाषाओं में बहुत सारा कंटेंट बनता है और लोगों को पसंद भी आता है।

अगले साल होगा वर्ल्ड ऑडियो विजुअल इंटरटेनमेंट समिट

पीएम मोदी ने कहा कि अगले साल हमारे देश में पहली बार वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट यानि WAVES summit का आयोजन होने वाला है। आप सभी ने दावोस के बारे में सुना होगा, जहां दुनिया के अर्थजगत के महारथी जुटते हैं। उसी तरह वेव्स समिट में दुनिया भर के मीडिया और इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के दिग्गज, क्रिएटिव वर्ल्ड के लोग भारत आएंगे। यह समिट भारत को ग्लोबल कंटेंट क्रिएशन का हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 117 वीं बार मन की बात की। ये साल 2024 का आखिरी एपिसोड है। इस साल लोकसभा चुनाव मार्च, अप्रैल और मई महीने में ‘मन की बात’ कार्यक्रम प्रसारित नहीं हो सका था। इससे पहले इसका 116 वां एपिसोड 24 नवंबर को प्रसारित किया गया था। पीएम ने इसमें डिजिटल अरेस्ट, स्वामी विवेकानंद, NCC, लाइब्रेरी जैसे मुद्दों पर बात की थी। इस कार्यक्रम की शुरुआत तीन अक्टूबर 2014 को हुई थी। ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों द्वारा किया जाता है। ये कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकास्ट किया जाता है।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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