दिल्ली के राजघाट में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक राष्ट्रीय स्मृति में बनेगा। केंद्र सरकार ने स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति में जगह को मंजूरी दे दी है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चार साल बाद केंद्र सरकार दिल्ली में उनका स्मारक बनाने वाली है। इसके लिए राष्ट्रीय स्मृति कॉम्प्लेक्स में जगह ढूंढी जाएगी। यह स्मारक उनकी अमिट विरासत और देश के प्रति उनके योगदान का प्रतीक बनेगा।
प्रणब मुखर्जी की बेटी ने किया प्रधानमंत्री का धन्यवाद
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पूर्व राष्ट्रपति को सम्मानित करने के लिए धन्यवाद दिया। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पोस्ट में कहा कि ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए स्मारक बनाने संबंधी मोदी सरकार के फैसले के लिए तहे दिल से शुक्रिया अदा किया और आभार जताया. यह इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमने इसके लिए कहा ही नहीं था।’
Called on Hon’ble PM @narendramodi ji to express thanks & gratitude from core of my heart 4 his govts’ decision 2 create a memorial 4 baba. It’s more cherished considering that we didn’t ask for it. Immensely touched by this unexpected but truly gracious gesture by PM🙏 1/2 pic.twitter.com/IRHON7r5Tk
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) January 7, 2025
शर्मिष्ठा ने आगे कहा कि बाबा कहते थे, राजकीय सम्मान कभी मांगना नहीं चाहिए। ये हमेशा ऑफर होना चाहिए। पीएम ने मेरे बाबा की यादों को सम्मान देने के बारे में सोचा। इससे बाबा को तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे सम्मान और अपमान के आगे चले गए हैं, लेकिन उनकी बेटी को जो खुशी मिली है वह शब्दों में बयान नहीं की जा सकती है।
राष्ट्रपति के रुप में स्वर्णिम रहा प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल
भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर 1935 में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुआ था। प्रणब मुखर्जी पश्चिम बंगाल से राष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाले पहले शख्स थे। 31 अगस्त, 2020 को 84 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था। प्रणब मुखर्जी का पांच दशकों से अधिक का राजनीतिक करियर भारतीय राजनीति का स्वर्णिम अध्याय रहा। उन्होंने 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। राष्ट्रपति बनने से पहले वे कई प्रमुख मंत्रालयों का नेतृत्व कर चुके थे। जिनमें 2009-2012 तक वित्त मंत्री का कार्यकाल प्रमुख है। मुखर्जी को 2019 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
