बीते साल यानी की 2024 में भारत ने कई अनमोल रत्न खो दिए उन रत्नों में एक नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का था.मनमोहन सिंह के जाने के बाद एक विषय पर काफी चर्चा हो रही थी वो है उनकी स्मृति स्थल कहां बनेगी.लगातार कांग्रेस बीजेपी पर सवाल उठा रहे थे.लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस को अब तगड़ा दवाब दे दिया है.दरअसल देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मृति स्थल को लेकर लगातार चर्चा हो रही थी.भारत सरकार ने मनमोहन सिंह के सम्मान में राष्ट्रीय स्मृति परिसर में 1.5 एकड़ जमीन आवंटित की है.ये स्मृति स्थल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समाधि स्थल के पास बनाया जाएगा ये देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम है. सरकार के इस फैसले से ये सुनिश्चित होगा कि मनमोहन सिंह का योगदान हमेशा याद किया जाएगा.गृह मंत्रालय और शहरी मामलों के मंत्रालय ने मनमोहन सिंह के परिवार को आधिकारिक रूप से इस फैसले के बारे में सूचित किया है. साथ ही परिवार से एक ट्रस्ट रजिस्टर करने का अनुरोध किया गया है, क्योंकि ये सार्वजनिक भूमि के आवंटन के लिए अनिवार्य प्रक्रिया है. इस कदम से भूमि आवंटन की कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी.इस महीने की शुरुआत में सरकारी अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल का दौरा किया था और मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए प्रस्तावित स्थान का निरीक्षण किया. हालांकि मनमोहन सिंह के परिवार ने अभी तक इस जगह का दौरा नहीं किया है. परिवार के सदस्य अभी शोकमग्न हैं और उन्होंने सरकार के प्रस्ताव पर कोई फैसला नहीं लिया है. सूत्रों के अनुसार परिवार जल्द ही इस मुद्दे पर फैसला ले सकता है.स्मारक का निर्माण एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि ये देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के योगदान को सम्मानित करने के लिए लिया गया है. ये स्मारक न केवल मनमोहन सिंह के किए कामों की याद दिलाएगा बल्कि भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली में उनके योगदान को भी दर्शाएगा
