प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का आज 118वां एपिसोड प्रसारित किया गया। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस, प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ और संविधान से जुड़े लोगों से जुड़ी कई अहम बातें कीं। पीएम मोदी ने बाबासाहब भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुराने संबोधनों के कुछ अहम अंश भी सुनाए। सबसे पहले पीएम मोदी ने कहा सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत विशेष है। ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है। इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया।’
संविधान सभा के सभी महान व्यक्तित्वों को नमन
पीएम मोदी ने कहा कि मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया। संविधान सभा के दौरान अनेक विषयों पर लंबी-लंबी चर्चाएं हुईं। वो चर्चाएं संविधान सभा के सदस्यों के विचार, उनकी वो वाणी, हमारी बहुत बड़ी धरोहर है। देश में जब 1951-52 में पहली बार चुनाव हुए, तो कुछ लोगों को संशय था, कि क्या देश का लोकतंत्र जीवित रहेगा? इन सब के बीच हमारे लोकतंत्र ने सारी आशंकाओं को गलत साबित किया। आखिर भारत लोकतंत्र की जननी है। मैं देशवासियों से कहूंगा कि वो ज्यादा-से-ज्यादा संख्या में अपने मत के अधिकार का उपयोग करें, हमेशा करें, और देश के लोकतांत्रिक प्रक्रिसा का हिस्सा भी बनें और इस प्रकिया को सशक्त भी करें।
कुंभ का ये उत्सव विविधता में एकता का उत्सव है-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने प्रयागराज में महाकुंभ पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, “प्रयागराज में महाकुंभ का श्रीगणेश हो चुका है। चिरस्मरणीय जनसैलाब, अकल्पनीय दृश्य और समता-समरसता का असाधारण संगम.. इस बार कुंभ में कई दिव्य योग भी बन रहे हैं। कुंभ का ये उत्सव विविधता में एकता का उत्सव मनाता है। संगम की रेती पर पूरे भारत के, पूरे विश्व के लोग जुटते हैं। हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव नहीं, जातिवाद नहीं।’कुंभ’ ‘पुष्करम’ और ‘गंगा सागर मेला’, हमारे ये पर्व, हमारे सामाजिक मेल-जोल को, सद्भाव को, एकता को बढ़ाने वाले पर्व हैं। ये पर्व भारत के लोगों को भारत की परंपराओं से जोड़ते हैं।”इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ बड़े ही धूमधाम से मनी. पीएम मोदी ने कहा कि हमें विरासत को सहेजना है, प्रेरणा लेना है।
चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के उनके कमिटमेंट के लिए बधाई देता हूं-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 25 जनवरी को नेशनल वोटर्स डे है. ये दिन इसलिए अहम है, क्योंकि इस दिन भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी। हमारे संविधान निर्माताओं ने संविधान में हमारे चुनाव आयोग को, लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी को, बहुत बड़ा स्थान दिया है। चुनाव आयोग ने हमारी मतदान प्रक्रिया को आधुनिक बनाया है, मजबूत किया है।आयोग ने जन-शक्ति को और शक्ति देने के लिए, तकनीक की शक्ति का उपयोग किया। मैं चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के उनके कमिटमेंट के लिए बधाई देता हूं।
यह पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का इस साल का पहला एपिसोड था। ‘मन की बात’ का प्रसारण आमतौर पर हर महीने के आखिरी रविवार को होता है। इस महीने का आखिरी रविवार, 26 जनवरी को पड़ रहा है, जिस दिन गणतंत्र दिवस है। इसी कारण एक सप्ताह पहले ही पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण हो गया।
