दिल्ली की सत्ता केंद्र की राजनीति भी तय करती है.यही वजह है की सभी पार्टियां दिल्ली की गद्दी पर ऐसे नेता को नहीं बैठाती जिससे केंद्र में पार्टी मुसीबत में पड़ जाए.5 फरवरी को दिल्ली में चुनाव है.बीजेपी अपनी सियासी वनवास को खत्म करने की कोशिश में लगी है.बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता जीतने के लिए नया प्लान तैयार किया है और ऐसा माना जा रहा है कि महज 10 दिनों के अंदर केजरीवाल का सूपड़ा साफ होने वाला है.चलिए जानते हैं क्या है बीजेपी की नई रणनीति !
दिल्ली में जब से चुनाव की शरूआत हुई बीजेपी सिर्फ एक बार दिल्ली फतह करन में कामयाब रही.इस दौरान भी कई सारे मुख्यमंत्री बदले गए.एक वो दिन है और एक आज का दिन है, दिल्ली की जनता ने बीजेपी को अपने दिल और दिल्ली से ऐसा बेदखल किया था की आज तक बीजेपी सत्ता का वनवास झेल रही है.केंद्र में लगातार तीन बार सरकार बनाने वाले मोदी का जादू लोकसभा चुनाव में तो दिल्ली में चलता है, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी का दांव उन पर ही उल्टा पड़ जाता है.दिल्ली में आने वाले 5 फरवरी को चुनाव है.तमाम पार्टियां चाहे वो बीजेपी हो,कांग्रेस हो या फिर आम आदमी पार्टी दिल्ली की जंग जीतने के लिए जनता को लुभाने की कोशिश में लगी है.किसी को सत्ता बचानी है, किसी को अपनी खोई हुई जमीन वापस पानी है,तो किसी को अपने वनवास को खत्म करना है.इन सब के बीच सभी पार्टियां योजनाओं के जरिए लोगों को लुभाने की कोशिश में है.
बीजेपी ने अपने वनवास को खत्म करने के लिए अपने सियासी सितरों को मैदान में उतारा है.ये सभी नेता 10 दिनों तक दिल्ली में प्रचार करेंगे.लोगों से वोट मांगेंगे और केजरीवाल के भ्रष्टाचार को लोगों तक पहुंचाएंगे.मिशन दिल्ली का मोर्चा खुद पीएम मोदी ने संभाला है.दिल्ली में पीएम मोदी के तीन रोड शो होने वाले हैं. इसके अलावा अमित शाह और जेपी नड्डा में 1.5 दर्जन रैलियां करेंगे.इतना ही नहीं दिल्ली की इस जंग को फतह करने के लिए योगी को भी मैदान में उतारा गया है.जो की दिल्ली में ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे.केंद्रीय मंत्रियों में धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, पीयूष गोयल, मनसुख मांडविया, गजेंद्र सिंह शेखावत भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे.बीजेपी के केंद्रीय नेताओं को भी दिल्ली में झोंका जा रहा है.बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, सुनील बंसल, तरुण चुघ और अरुण सिंह भी चुनाव में मत हासिल करने के लिए मैदान में उतरेंगे.पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, संजीव बालियान, राज्य सभा सांसद सुरेंद्र नागर, राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया भी तैनात रहेंगे.
