दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। 8 फरवरी को आए रिजल्ट में 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की वापसी हुई है और पार्टी ने 70 में से 48 सीटें हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की है। सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद आज दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। जानकारी के मुताबिक वह करीब 11 बजे राजभवन पहुंची थीं। उन्होंने उपराज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसी के साथ एलजी ने पिछली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस अधिसूचना के साथ नई विधानसभा के गठन का रास्ता साफ हो गया है। नई विधानसभा के गठन के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया भी शुरू होगी। जानकारी के मुताबिक 7 फरवरी की तारीख वाले गजट नोटिफिकेशन में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी की सातवीं विधानसभा को भंग कर दिया है।
आप के दिग्गजों को मिली पटखनी
दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सभी दिग्गज नेता चुनाव हार गए हैं और आतिशी ने कालकाजी सीट से जीत दर्ज की है। आतिशी ने बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 3500 से ज्यादा वोटों से हराया है। आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव हार गए। अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए हैं। मनीष सिसोदिया को भी जंगपुरा सीट से हार का सामना करना पड़ा है। सौरभ भारद्वाज भी ग्रेटर कैलाश से चुनाव हार गए। बता दें आतिशी 141 दिनों तक ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रही हैं. बता दें कि 17 सितंबर 2024 को अरविंद केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक में उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया गया था। इसके साथ, वह 43 वर्ष की आयु में दिल्ली की सबसे कम उम्र की सीएम बनी थीं।
मात्र 22 सीटों पर सिमटी केजरीवाल की पार्टी
5 फरवरी को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इस बार 60.54 फीसदी वोटिंग हुई है, जबकि पिछली बार 62.60 फीसदी वोटिंग हुई थी। शनिवार को आए चुनावी नतीजों में बीजेपी को 48 और आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं। बीजेपी की तरफ से अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। कभी 70 में से 67 और 70 में से 62 सीटें जीतने वाली आप इस बार 22 सीटों पर सिमट गई है। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है और उसने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है।
